''डिप्टी सीएम! किसी को तड़पाकर नहीं मारना चाहिए...'' बेटा बोला- पापा को तीन बार अटैक आया, डॉक्टर 1 घंटे से पास नहीं गए...

punjabkesari.in Saturday, Oct 04, 2025 - 12:31 PM (IST)

लखनऊ: यूपी की राजधानी लखनऊ के केजीएमयू मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों पर लापरवाही का मामला सामने आया है। यहां पर एक युवक ने रोते हुए आरोप लगाया है कि ''उनके पापा को तीन बार अटैक आया है। इसके बाद उन्हें केजीएमयू मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया। आरोप है कि इस दौरान 1 घंटे तक डॉक्टर लॉरी में उनके पास तक भी नहीं गए और ये भी कहा कि इसे यहां से लेकर जाओ। वहीं, उन्होंने डिप्टी सीएम का नाम लेते हुए कहा है कि डिप्टी सीएम! किसी को तड़पाकर नहीं मारना चाहिए...।'' 

अब जानिए पूरा मामला 
केजीएमयू मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों पर लापरवाही के ये आरोप BKT इलाके के रहने वाले अंकित मिश्रा ने लगाए है। अंकित मिश्रा फफककर रो रहे है। रोते हुए उन्होंने कहा, पापा को तीन बार अटैक आने पर यहां लेकर आए। लेकिन, डॉक्टर उनके पास भी नहीं आए। अंकित मिश्रा रोते हुए मदद की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि लॉरी अस्पताल में आने के बाद उनके साथ में बदसलूकी और मारपीट की गई।

''ये अस्पताल किसी के बाप का नहीं है''
अंकित ने बताया कि उनका पापा को तीन बार अटैक आ चुका है। गुरुवार व शुक्रवार की देर रात तीसरा अटैक पड़ा। इससे दो दिन पहले दूसरा अटैक पड़ा था। अटैक पड़ने पर बिठौली के पास IIM रोड पर स्थित SM हॉस्पिटल लेकर गए। जहां से डॉक्टरों ने लॉरी के लिए रेफर कर दिया। देर रात पिता को यहां लेकर आए। वो दर्द से तड़प रहे थे। जहां रात में 1 बजे कर्मचारी पिता को इमरजेंसी में लेकर जाते हैं और करीब एक घंटे तक वे अकेले ही इमरजेंसी में पड़े थे उन्हें कोई इलाज नहीं मिलता है। आरोप है कि मौके पर गौरव नाम के एक डॉक्टर थे, जिन्होंने ने पिता का कोई इलाज नहीं किया। पिता के इलाज में दिखाई जा रही लापरवाही की शिकायत लेकर पीड़ित जब डॉक्टर गौरव के पास गया तो अभद्रता करते हुए बाहर भगा दिया और कहा कि ये अस्पताल किसी के बाप का नहीं है।

डिप्टी सीएम से मांगी मदद
अंकित मिश्रा ने डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक का नाम लिया और उनसे मदद मांगी। उन्होंने कहा कि ''इस तरह से किसी को तड़पाकर नहीं मारना चाहिए। बहुत तकलीफ हो रही है। पिता को मेरे बहुत दर्द में है। मदद करो। कुछ समझ में नहीं आ रहा है, क्या करना है। धक्का मारते हैं सब। डॉक्टर मना करते हैं। कहां लेकर जाएं। मेरे पापा को पेशाब लगा तो बोला नली डाल दीजिए। इस पर डॉक्टर बोले कि तुम खुद करा दो। पीड़ित के अनुसार, शुक्रवार सुबह करीब साढ़े 10 बजे ICU में एडमिट कर दिया और करीब 2 से 3 घंटे बाद मां का फोन आता है कि तुम्हारे पापा को दूसरे नॉर्मल वाले ICU में शिफ्ट कर दिया। पीड़ित ने डिप्टी सीएम से इस मामले में कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। 


 


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Content Editor

Pooja Gill

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