परंपरा पर लगा ग्रहण: शरद पूर्णिमा पर बांके बिहारी के दर्शन नहीं कर पाए भक्त, गोस्वामी समाज ने जताई नाराजगी
punjabkesari.in Monday, Oct 06, 2025 - 08:51 PM (IST)

Mathura News: शरद पूर्णिमा पर ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में विशेष श्रृंगार आरती के दौरान श्रद्धालुओं को दर्शन न मिलने से हंगामे जैसे हालात बन गए। सदियों पुरानी परंपरा को तोड़ते हुए इस वर्ष श्रृंगार आरती के समय मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं को प्रवेश नहीं मिल पाया, जिससे हजारों भक्तों की आस्था को ठेस पहुंची। प्राप्त जानकारी के अनुसार, मंदिर के गर्भगृह के सामने स्थित जगमोहन में ठाकुर जी का सिंहासन लगाया गया, जिससे आम दर्शनार्थियों को श्रृंगार आरती के दौरान भगवान के दर्शन नहीं हो सके। करीब 45 मिनट तक दर्शन बाधित रहे, जिससे माहौल में नाराजगी फैल गई।
गोस्वामी समाज ने जताया विरोध
मंदिर के सेवायत हिमांशु गोस्वामी ने बताया कि शरद पूर्णिमा पर ठाकुर जी को श्वेत वस्त्र, मोर मुकुट, कट कछनी और बांसुरी धारण कर विशेष श्रृंगार में सजाया जाता है। परंपरा के अनुसार ठाकुर जी जगमोहन में विराजमान होकर भक्तों को दर्शन देते हैं। लेकिन इस बार व्यवस्था में बदलाव के चलते भक्तों को श्रृंगार आरती का सौभाग्य नहीं मिल पाया। गोस्वामी समाज ने मंदिर की हाई पावर मैनेजमेंट कमेटी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पहले ही संभावित स्थिति से अवगत कराया गया था, लेकिन समिति ने उनकी बातों को अनदेखा कर मनमानी व्यवस्था लागू की। यह लगातार दूसरा वर्ष है जब परंपरा से समझौता किया गया है।
प्रबंधन कमेटी की सफाई
मंदिर प्रबंधन कमेटी के अध्यक्ष अशोक कुमार ने अपनी ओर से सफाई देते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के तहत श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए व्यवस्था की गई थी। उनका दावा है कि सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण के तहत यह निर्णय लिया गया। हालांकि, भक्तों और गोस्वामी समाज का कहना है कि व्यवस्थाओं को संतुलित रखते हुए परंपरा को भी निभाया जा सकता था। अब देखना होगा कि आने वाले समय में ऐसी स्थिति से बचने के लिए क्या कदम उठाए जाते हैं।