घर बैठे-बैठे 39 लाख की ठगी! गाजियाबाद की महिला को शेयर ट्रेडिंग के नाम पर लगाया गया चूना, साइबर पुलिस कर रही जांच
punjabkesari.in Saturday, Oct 11, 2025 - 12:10 PM (IST)

Ghaziabad News: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक महिला को घर बैठे शेयर ट्रेडिंग का लालच देकर करीब 39 लाख रुपए की ठगी का शिकार बना दिया गया। यह मामला अब साइबर क्राइम पुलिस के पास पहुंचा है और एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू हो गई है।
क्या है पूरा मामला?
बबिता पाल (उम्र 46 वर्ष), जो गाजियाबाद के विजयनगर क्षेत्र में रहती हैं, अगस्त में फेसबुक पर एक शेयर ट्रेडिंग से जुड़ा विज्ञापन देखकर उसमें दिलचस्पी लेने लगीं। उन्होंने विज्ञापन पर क्लिक किया तो उन्हें एक व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ दिया गया।
'मोतिलाल ओसवाल' के नाम पर ठगी की शुरुआत
ग्रुप में मौजूद 'आयुषी मेहता' नाम की महिला ने खुद को मोतिलाल ओसवाल वेल्थ एक्सेलेरेटर प्रोग्राम की कंसल्टेंट बताया। उसने बबिता को बताया कि कुछ खास स्टॉक्स में निवेश करके उन्हें 5% तक मुनाफा मिल सकता है।फिर बबिता को एक ऐप — MODMA — गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड करने के लिए कहा गया।
कैसे की गई ठगी?
ऐप के जरिए बबिता को फर्जी ट्रेडिंग ग्रुप में जोड़ा गया। एक अन्य व्यक्ति ने खुद को फर्म का मैनेजर बताया और कुछ बैंक अकाउंट्स की जानकारी दी, जिनमें बबिता से पैसे ट्रांसफर कराए गए। 18 अगस्त से 29 सितंबर के बीच बबिता ने अलग-अलग किश्तों में करीब 39 लाख रुपये निवेश कर दिए।
लालच बढ़ता गया… शक भी हुआ
29 सितंबर को उन्हें कहा गया कि अब उन्हें इस प्रोग्राम से एग्जिट करना होगा। जब बबिता ने ऐप में दिख रही 1 करोड़ रुपए की रकम निकालनी चाही, तो ग्रुप वालों ने कहा कि उन्हें पहले 20% ब्रोकरेज फीस यानी करीब 11 लाख रुपए जमा करने होंगे। यहीं पर बबिता को शक हुआ कि वे ठगी का शिकार हो चुकी हैं।
पुलिस ने दर्ज की FIR, जांच शुरू
बबिता ने पूरे मामले की शिकायत साइबर पुलिस से की। एडीसीपी साइबर एंड क्राइम पीयूष कुमार सिंह के अनुसार, अज्ञात लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कर ली गई है। पुलिस ने साइबर टीम गठित कर दी है और जल्द आरोपियों को पकड़ने की कोशिश की जा रही है।