घोसी में चाचा के आगे न दारा का दांव चला और न ही राजभर की राजनीति, सबकी हो गई मिट्टी पलीत
punjabkesari.in Saturday, Sep 09, 2023 - 10:55 AM (IST)

लखनऊ: घोसी उप चुनाव में न दारा सिंह चौहान का दांव चला और न ही ओपी राजभर की राजनीति। असल सफलता का श्रेय तो चाचा शिवपाल ले गए जिन्होंने यहां न केवल जी-जान से मेहनत की बल्कि सफल रणनीति भी तैयार की। रही बात सपा प्रमुख अखिलेश यादव की तो उन्होंने इस उप चुनाव को जिस तरह इंडिया गठबंधन बनाम एनडीए मुकाबले के रूप में देखा था उसमें उन्हें भरपूर कूटनीतिक सफलता मिली। दरअसल, शिवपाल यादव की अगुवाई में सपा ने दूसरी महत्वपूर्ण चुनावी जीत अपनी झोली में डाल ली है। सच पूछिए तो, सारे गिले शिकवे मिटाकर सपा में वापसी के बाद मैनपुरी लोकसभा उप चुनाव के दौरान शिवपाल यादव पार्टी के लिए पहली बार सक्रिय हुए थे। मैनपुरी में सपा ने भारी जीत हासिल की। अब घोसी में भी भाजपा के दावों, दबावों से बेफिक्र शिवपाल ने घर-घर प्रचार किया और मैनपुरी लोकसभा सीट की तरह घोसी विधानसभा की सीट भी सपा की झोली में डाल दी है।
भाजपा ने उतार रखी थी पूरी मंत्रियों की फौैज
भाजपा ने एक तरफ जहां मंत्रियों की पूरी फौज ही घोसी में उतार रखी थी वहीं सपा की तरफ से पांच चुनिंदा नेताओं ने इस सियासती युद्ध में सभी सत्तासीन दिग्गजों को पटखनी दे डाली। सपा की ओर से प्रो. राम गोपाल यादव, शिवपाल यादव, स्वामी प्रसाद मौर्य, डिंपल यादव और खुद अखिलेश यादव ने भाजपाई फौज को सफल नही होने दिया। बहरहाल, इस विजय से जहां यह साबित हुआ कि चुनावी रणनीति बनाने में शिवपाल यादव का आज भी पार्टी के भीतर कोई तोड़ नहीं है। वहीं, घोसी में भाजपा को मिली हार के बाद सुभासपा नेता ओपी राजभर की प्रतिष्ठा को भी अवश्य चोट लगी है। वे अब लोस चुनाव 2024 में भाजपा हाईकमान पर उप्र से मनमाफिक सीट पाने का दबाव नहीं बना सकेंगे। उधर, घोसी उपचुनाव में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी सुधाकर सिंह की भाजपा प्रत्याशी के मुकाबले बढ़त की ख़बरें जैसे ही आनी शुरू हुई पार्टी के प्रदेश कार्यालय, लखनऊ में कार्यकर्ताओं और समर्थकों की भीड़ जुटने लगी। शक्रवार को सपा प्रत्याशी की जीत तय हो जाने के साथ ही पार्टी मुख्यालय समाजवादी पार्टी जिंदाबाद अखिलेश यादव जिंदाबाद के नारे से गूंज उठा।
यह भाजपा की उल्टी गिनती की शुरूआतः अखिलेश
समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने घोसी उपचुनाव में जीत को लोकतंत्र की भी विजय बताया है। शुक्रवार को जारी एक बयान में उन्होंने कहा कि इस उपचुनाव में सपा और इंडिया गठबंधन की जीत ने भाजपा का घमंड तोड़ने के साथ सन् 2024 के लोकसभा चुनाव के परिणाम का भी संकेत दे दिया है। यह भाजपा की उल्टी गिनती की शुरूआत है।