विद्युत क्षति के नाम पर गरीब जनता के यहां पड़ रहे हैं छापे, दायित्व को छोड़ कमीशनखोरी में लिप्त अधिकारी: शिवपाल
punjabkesari.in Saturday, Apr 30, 2022 - 02:47 PM (IST)
लखनऊ: प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल यादव ने प्रदेश में बिजली की अघोषित कटौती को लेकर सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि बिजली बचत...मतलब 12 से 18 घंटे की अघोषित बिजली कटौती! इसके बाद अगर गलती से बिजली आ जाए तो जनता अपने घर के सारे आवश्यक विद्युत उपकरण बंद करके बिजली बचत की संकल्पना को साकार करें! उन्होंने कहा कि आपके अधिकारी व कर्मचारी विद्युत निर्माण व वितरण के दायित्व को छोड़ कर विद्युत क्षति के नाम पर गरीब जनता के यहां छापे मारेंगे और कमीशनखोरी व भ्रष्टाचार में लिप्त रहेंगे। यकीन है जनता के साथ अच्छा मजाक है।
बता दें कि बिजली संकट को लेकर समाजवादी पार्टी के प्रमुख ने शनिवार को ऊर्जा मंत्री एके शर्मा द्वारा कुछ विद्युत उत्पादन इकाइयों के तकनीकी कारणों से बंद किये जाने की सूचना ट्विटर पर दिये जाने का अंश संलग्न करते हुए एक ट्वीट किया है। इस ट्वीट में उन्होंने कहा, ''सरकार समस्या का कारण बताने के लिए नहीं, निवारण के लिए होती है।'' शर्मा ने एक दिन पहले ट्वीट किया था कि यूपी की कुछ विद्युत उत्पादन इकाइयां तकनीकी कारणों से कई सप्ताह से बंद हैं, जिनमें हरदुआगंज-660 मेगावाट, मेजा-660 मेगावाट और बारा-660 मेगावाट शामिल हैं। इसके बाद सपा प्रमुख ने तंज करते हुए कहा कि सरकार समस्या का कारण बताने के लिए नहीं, निवारण के लिए होती है।
शुक्रवार को भी अखिलेश यादव ने बिजली संकट को लेकर एक बयान में सत्तारुढ भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि भीषण गर्मी के बीच अघोषित बिजली कटौती से प्रदेश की जनता झुलस रही है। यादव ने कहा कि पूर्वांचल से लेकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश तक लोग त्राहि-त्राहि कर रहे हैं और गर्मी बढ़ने के साथ बिजली संकट गहराता जा रहा है।