‘हिंसा नहीं, इबादत के लिए हैं मस्जिदें’ … ‘I Love मोहम्मद’ बवाल पर कांग्रेस सांसद इमरान मसूद का मुसलमानों से संयम रखने का आग्रह
punjabkesari.in Sunday, Sep 28, 2025 - 09:10 PM (IST)

Bareilly News: उत्तर प्रदेश के बरेली में ‘आई लव मोहम्मद’ अभियान के तहत हुए प्रदर्शन और पुलिस कार्रवाई को लेकर राज्य में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। इस मुद्दे पर जहां कुछ संगठनों ने पुलिस की कार्रवाई को मुस्लिम समुदाय को डराने की कोशिश बताया, वहीं कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने संयम बरतने की अपील की है। सहारनपुर में पत्रकारों से बात करते हुए मसूद ने कहा, “मस्जिदों का उद्देश्य नमाज और इबादत है, न कि हिंसा या सड़कों पर प्रदर्शन। मोहम्मद साहब से प्रेम उनके बताए सिद्धांतों पर चलकर दिखाया जाए, न कि अराजकता फैलाकर।”
क्या है ‘आई लव मोहम्मद’ अभियान?
यह अभियान कानपुर में उस समय शुरू हुआ जब बारावफात के जुलूस के दौरान कुछ लोगों ने ‘आई लव मोहम्मद’ के पोस्टर और बैनर लगाए। पुलिस ने इस पर कार्रवाई करते हुए एफआईआर दर्ज की, जिससे देशभर में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए। कई शहरों में इस अभियान के समर्थन में पोस्टर लगाए गए और पुलिस ने कई जगहों पर गिरफ्तारियां भी कीं।
इस्लामिया ग्राउंड में प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा
बरेली में मौलाना तौकीर रजा ने राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपने की अपील की थी, जिसके लिए इस्लामिया ग्राउंड में लोगों को एकत्र होने के लिए बुलाया गया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रास्ते में ही रोक लिया, जिसके बाद हालात बेकाबू हो गए और हिंसक झड़पें हुईं।
इमरान मसूद की सख्त टिप्पणी
इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए मसूद ने कहा, “हर मुसलमान मोहम्मद साहब से प्रेम करता है, लेकिन इसकी अभिव्यक्ति हिंसा नहीं हो सकती। मोहम्मद साहब ने मानवता और अमन का संदेश दिया था।” उन्होंने मौलानाओं से भी अपील की कि वे शांति बनाए रखने में समुदाय का नेतृत्व करें।
मौलाना तौकीर रजा की गिरफ्तारी
बरेली पुलिस ने मौलाना तौकीर रजा और सात अन्य लोगों को गिरफ्तार किया है। इससे पहले उन्हें नजरबंद किया गया था। शुक्रवार की हिंसा के संबंध में विभिन्न थानों में कुल 10 एफआईआर दर्ज की गई हैं, जिनमें हर एफआईआर में 150-200 अज्ञात लोगों को नामजद किया गया है।
दशहरा और न्याय प्रणाली पर टिप्पणी
दशहरा के अवसर पर मसूद ने कहा, “यह पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है, लेकिन आज ऐसा लग रहा है जैसे न्याय की देवी की आंखों पर से पट्टी हटा दी गई है।” उन्होंने आरोप लगाया कि जो लोग लोकतांत्रिक ढंग से अपनी बात कहना चाहते हैं, उन्हें दबाया जा रहा है।