‘यह वो नाम है, जिसके लिए मुसलमान जान भी कुर्बान…’, ‘आई लव मोहम्मद’  पर बोले पूर्व सांसद एस.टी. हसन

punjabkesari.in Tuesday, Sep 23, 2025 - 02:54 PM (IST)

मुरादाबाद ( सागर रस्तोगी ): प्रदेश के कानपुर में से शुरू हुआ "आई लव मोहम्मद" मामले को लेकर अब देशभर के मुलमानों में नाराजगी है। इस पर मुरादाबाद के पूर्व सपा सांसद डॉ. एस.टी. हसन ने कहा, "जिन लोगों ने इस मामले को तूल दिया और FIR दर्ज की, उनके खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए। यह कोई अवैध या अपराध नहीं था। पुलिस को इसकी गंभीरता समझनी चाहिए थी।"

हसन ने कहा, "यह वह नाम है, जिसके लिए हर मुसलमान अपनी जान कुर्बान कर सकता है। हिंदू भाई भी इस नाम का सम्मान करते हैं। FIR की क्या जरूरत थी? इससे मुसलमानों को उकसाने का काम हुआ।" डॉ एसटी हसन ने कहा, "काशीपुर में लोगों पर मुकदमा दर्ज हुआ, इससे माहौल और बिगड़ेगा। कोई भी मुसलमान इस नाम पर समझौता नहीं करेगा। यह धार्मिक मसला है, इसे प्यार और समझदारी से सुलझाना चाहिए। हिंदू-मुसलमान के बीच तनाव पैदा करने की कोशिश से देश का माहौल खराब हो सकता है। इसमें सावधानी बरतनी होगी।"

ऐसे शुरू हुआ था विवाद
कानपुर के रावतपुर के सैय्यद नगर में रामनवमी शोभायात्रा गेट के सामने टट्टर पर आइ लव मोहम्मद (I Love Muhammad) का बोर्ड लगाने को लेकर 4 सितंबर को हंगामा हुआ था। एसीपी रंजीत कुमार ने लोगों को समझाकर मामला शांत का प्रयास किया। नाराज हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता आइ लव मोहम्मद का बैनर हटाए जाने की मांग को लेकर अड़े रहे।

करीब दो घंटे बाद बोर्ड को हटाया गया। मुकदमा बारावफात की रोशनी कार्यक्रम के दौरान बिना अनुमति के गेट बनाने पर हुआ है। इसके बाद शराफत हुसैन, शबनूर आलम, बाबू अली, मोहम्मद सिराज, फजलू रहमान, इकराम अहमद, इकबाल, बंटी, कुन्नू कबाड़ी, 10-15 अज्ञात, दो वाहनों के नंबर पर सवार अज्ञात के खिलाफ रावतपुर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया।


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Imran

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