गतिरोध समाप्त : कांग्रेस की बसें राजस्थान-उप्र सीमा से वापस लौटीं

punjabkesari.in Wednesday, May 20, 2020 - 11:17 PM (IST)

लखनऊ : जयपुर : नयी दिल्ली, 20 मई (भाषा) कांग्रेस द्वारा प्रवासी कामगारों के लिए राजस्थान-उत्तर प्रदेश सीमा पर भेजी गयी सैकड़ों बसें बुधवार शाम से लौटने लगीं। बसों की वापसी को उत्तर प्रदेश सरकार के साथ पार्टी का विवाद खत्म होने का संकेत माना जा रहा है। इसी मुद्दे को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की गिरफ्तारी भी हुयी।

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने एक वीडियो संदेश में कहा कि अगर उत्तर प्रदेश सरकार फंसे हुए प्रवासी कामगारों की घर वापसी के लिए मदद का उपयोग नहीं करना चाहती तो पार्टी उन 1,000 बसों को वापस ले रही है जिनकी व्यवस्था उसने की थी।

उन्होंने कहा कि बसें शाम चार बजे तक उत्तर प्रदेश की सीमा पर रहेंगी। उस समय तक बसों को आए हुए 24 घंटे हो जाएंगे।

कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘ यदि आप उनका उपयोग नहीं करना चाहते हैं, तो कोई बात नहीं है। हम उन्हें वापस भेज देंगे।”
उन्होंने कहा कि पार्टी ने कुछ दिन पहले भी कुछ बसों को वापस कर दिया था।

उनका संदेश मंगलवार की रात दी गयी चार बजे की समय सीमा समाप्त होने से कुछ मिनट पहले आया।
उसके करीब डेढ़ घंटे बाद राजस्थान के भरतपुर जिले के एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि बसें सीमा से वापस लौटने लगी हैं।

बाद में लखनऊ में प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता लल्लन कुमार ने इसकी पुष्टि की।

प्रवासी मजदूरों के लिए बसें चलाने की पेशकश उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा स्वीकार नहीं किए जाने के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पार्टी प्रदेश मुख्यालय पर धरना दिया।

लल्लन कुमार ने बताया कि कार्यकर्ताओं ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी मुख्यालय पर बैनर और पोस्टरों के साथ धरना दिया। अन्य जिलों में भी कार्यकर्ताओं ने धरना दिया।

कार्यकर्ताओं ने उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को गिरफ्तार किये जाने का भी विरोध किया।
लल्लू को आगरा में लॉकडाउन नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया था, जब उन्होंने राजस्थान-उप्र सीमा पर बसों को रोके जाने का विरोध किया था।

आगरा की एक अदालत ने उन्हें बुधवार को जमानत दे दी। लेकिन पार्टी ने कहा कि उन्हें बाद में लखनऊ के एक थाने में दर्ज एक अन्य प्राथमिकी के संबंध में फिर गिरफ्तार कर लिया गया।

लखनऊ में मंगलवार को दर्ज प्राथमिकी में लल्लू और प्रियंका गांधी के निजी सचिव संदीप सिंह पर धोखाधड़ी और दस्तावेजों में हेरफेर का आरोप लगाया गया है।

उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने आरोप लगाया, ‘‘जब कांग्रेस द्वारा दी गयी बसों की सूची का विश्लेषण किया गया तो पाया गया कि करीब 460 बस फर्जी हैं। ऐसे कठिन समय में किसी भी बड़े राजनीतिक दल ने ऐसी राजनीति नहीं की।’’ उन्होंने कहा, ''''पहले उन्होंने बसों की सूची दी, ये बस राजस्थान सरकार की थीं, इनमें से करीब आधी, 460 बस फर्जी पायी गयीं, करीब 297 बस कबाड़ मिलीं जो सड़कों पर चलने लायक नहीं थीं। क्या हम अनफिट बसों को सड़क पर चलाकर प्रवासी मजदूरों की जिंदगी खतरे में डाल दें? सूची में शामिल 98 वाहनों के नंबर तीन पहिया वाहन, कार और एंबुलेंस के नंबर पाए गए, जबकि 68 वाहनों के कागज सही नहीं थे।'''' शर्मा ने सवाल उठाया कि आखिर किसी प्रदेश सरकार की संपत्ति को कोई राजनीतिक दल कैसे इस्तेमाल कर सकता है?
प्रियंका ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार को कांग्रेस पार्टी की ओर से मुहैया कराई गयी बसें चलाने की अनुमति देनी चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा कि अगर योगी आदित्यनाथ सरकार चाहे तो उन बसों पर भाजपा का झंडा एवं पोस्टर लगवा दें, लेकिन मजदूरों को उनके घर पहुंचाने के लिए उन बसों का इस्तेमाल करे।

प्रियंका ने कहा, ‘‘हम सबको अपनी जिम्मेदारी समझनी पड़ेगी। ये श्रमिक भारत की रीढ़ की हड्डी हैं। उन्होंने भारत को बनाया है। हम सभी को इनकी मदद करनी चाहिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह राजनीति करने का समय नहीं है। हर राजनीतिक दल अपने पूर्वाग्रहों को दूर करके लोगों की मदद में सेवा भाव के साथ शामिल हो।’’
उप्र-राजस्थान सीमा के अलावा कांग्रेस 200 बसें नोएडा में लेकर आयी। नोएडा भी राज्य में प्रवेश का एक द्वार है।

पुलिस ने कहा कि उत्तर प्रदेश में प्रवेश करने के लिए परमिट नहीं ले जाने के कारण उन्हें वापस लौटा दिया गया।

गौतम बुद्ध नगर पुलिस ने कहा कि वहां मौजूद कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला को भी वापस दिल्ली जाने के लिए कहा गया।



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PTI News Agency

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