Railway Fare Hike: महंगा होगा रेल का सफर, 26 दिसंबर से बढ़ेगा किराया; कितने बढ़े टिकट के दाम, किन्हें मिलेगी छूट, जानें सबकुछ
punjabkesari.in Sunday, Dec 21, 2025 - 02:17 PM (IST)
Railway Fare Hike: भारतीय रेलवे ने रेल यात्रियों के लिए किराए में संशोधन का ऐलान किया है, जो 26 दिसंबर 2025 से लागू होगा। इस फैसले का असर देशभर के करोड़ों यात्रियों पर पड़ेगा। हालांकि, रेलवे ने छोटी दूरी और दैनिक यात्रियों को राहत देते हुए 215 किलोमीटर तक की यात्रा पर किराया न बढ़ाने का फैसला किया है। उपनगरीय ट्रेन सेवाओं और मासिक सीजन टिकट (MST) की दरों में भी कोई बदलाव नहीं किया गया है।
215 किलोमीटर तक सफर पर कोई बढ़ोतरी नहीं (Railway Fare Hike)
रेलवे के अनुसार, साधारण श्रेणी में 215 किलोमीटर तक की यात्रा करने वाले यात्रियों से कोई अतिरिक्त किराया नहीं लिया जाएगा। इससे रोजाना यात्रा करने वाले और कम दूरी के यात्रियों पर आर्थिक बोझ नहीं पड़ेगा। रेलवे का कहना है कि यह फैसला आम यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखकर लिया गया है।
लंबी दूरी की यात्रा पर कितना बढ़ेगा किराया?
215 किलोमीटर से अधिक दूरी की यात्रा पर किराया बढ़ाया जाएगा। साधारण श्रेणी में 1 पैसा प्रति किलोमीटर, जबकि मेल/एक्सप्रेस और एसी श्रेणियों में 2 पैसे प्रति किलोमीटर की बढ़ोतरी की गई है। उदाहरण के तौर पर, करीब 1000 किलोमीटर की यात्रा पर जन साधारण एक्सप्रेस (नॉन-एसी) से सफर करने पर यात्रियों को लगभग 10 रुपये अतिरिक्त देने होंगे। वहीं, राजधानी, वंदे भारत या अन्य प्रीमियम ट्रेनों में यही यात्रा करीब 20 रुपये महंगी होगी।
इन ट्रेनों पर लागू होगा नया किराया
रेल मंत्रालय के मुताबिक, यह किराया संशोधन राजधानी, शताब्दी, दुरंतो, वंदे भारत, तेजस, हमसफर, अमृत भारत, महामना, गतिमान, अंत्योदय, जन शताब्दी, युवा एक्सप्रेस, एसी विस्टाडोम, अनुभूति कोच और साधारण गैर-उपनगरीय सेवाओं सहित सभी प्रीमियर और विशेष ट्रेनों पर लागू होगा।
साल की दूसरी बढ़ोतरी
गौरतलब है कि यह इस साल रेल किराये में दूसरी बढ़ोतरी है। इससे पहले 1 जुलाई को भी किराया बढ़ाया गया था। उस समय मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों के किराये में 1 पैसा प्रति किलोमीटर और एसी ट्रेनों में 2 पैसे प्रति किलोमीटर की बढ़ोतरी की गई थी।
रेलवे को मिलेगी 600 करोड़ की अतिरिक्त आय
रेलवे का अनुमान है कि इस किराया समायोजन से उसे करीब 600 करोड़ रुपये की अतिरिक्त आय होगी। रेलवे के अनुसार, इस राशि का उपयोग परिचालन लागत को संभालने और यात्री सुविधाओं को बेहतर बनाने में किया जाएगा, जिसमें स्टेशन सुविधाएं, कोचों का रखरखाव और सुरक्षा व्यवस्था शामिल हैं। रेलवे का कहना है कि पिछले दस वर्षों में नेटवर्क और सेवाओं का तेजी से विस्तार हुआ है, जिसे बनाए रखने के लिए यह कदम जरूरी है।

