रेलवे देगा प्रवासी मजदूरों को उनकी जिलों में रोजगार, चिन्हित किए गए 34 जिले

punjabkesari.in Tuesday, Jun 16, 2020 - 09:37 PM (IST)

लखनऊः कोरोना संकट के मद्देनजर लागू देशव्यापी लॉकडाउन में सबसे अधिक मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। प्रवासी मजदूरों को वो इसलिए की इनका कमाई ही ठप हो गई है। ऐसे में उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार इनकी समस्याओं को हल करने में जुटी हुई है। लिहाजा आए दिन नई-नई योजनाएं आ रही हैं। वहीं खुशखबरी है कि रेलवे बोर्ड ने प्रवासी मजदूरों से काम कराने की स्वीकृति दे दी है। देश के विभिन्न शहरों से आए प्रवासी मजदूर रेलवे के लिए काम करेंगे।

बता दें कि उत्तर मध्य रेलवे की लंबित परियोजनाओं में प्रवासी मजदूरों से काम कराने की कवायद शुरू हो गई है। उत्तर मध्य रेलवे में मनरेगा और निजी ठेकेदारों के अधीन प्रवासी मजदूर काम करेंगे। एनसीआर के प्रयागराज, झांसी और आगरा मंडल मनरेगा और ठेकेदारों से काम का खाका तैयार करेंगे। उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक राजीव चौधरी ने रेलवे परियोजनाओं और अन्य जनशक्ति गहन कार्यो में प्रवासी मजदूरों के उपयोग करने की संभावनाओं का पता लगाने का निर्देश दिया है। 
उत्तर मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि प्रवासी मजदूरों की मदद से रेलवे की परियोजनाओं के निष्पादन में तेजी आएगी और बेरोजगार हुए मजदूरों को काम का अवसर प्रदान करेगा। रेलवे के फील्ड स्तर के अधिकारियों को स्थानीय प्रशासन और ग्राम पंचायतों से संपर्क में रहने का निर्देश दिया गया है। रेलवे के अधिकारी जिलेवार रेलवे परियोजनाओं में संविदा कार्य के लिए उपलब्ध मानव दिवस की गणना भी करेंगे। इसके साथ ही प्रवासी मजदूरों को उनके जिलों में ही रेलवे काम देगा। इसमें शर्त यह है कि जिलों में रेलवे का काम हो रहा हो। उत्तर मध्य रेलवे ने जोन के 34 जिलों को चिन्हित किया है, जहां प्रवासी मजदूर आए। 


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Author

Moulshree Tripathi

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