Crime News: रिश्तेदारों ने 25 हजार रुपये के लालच में ड्राइवर को मार डाला, गाड़ी समेत नहर में फेंका
punjabkesari.in Thursday, May 02, 2024 - 10:17 PM (IST)
बरेली: तीन दिन से लापता वैन चालक की हत्या उसके दूर के रिश्तेदारों ने 25 हजार रुपये के लालच में कर दी और शव कुंवरपुर बंजरिया स्थित नहर में फेंक दिया। पुलिस ने मंगलवार देर रात फुफेरे भाई समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार करके उनकी निशानदेही से शव, ईको कार और टूटा हुआ मोबाइल बरामद कर लिया। पुलिस फरार एक आरोपी की तलाश कर रही है।
हत्या के बाद शव नहर में फेंक दिया
पीलीभीत जिले के बीसलपुर थाना क्षेत्र के गांव पटनियां निवासी धर्मपाल ने बताया कि उनका बेटा आकाश (20) बदायूं के थाना सिविल लाइंस के आमगांव निवासी नीरज सिंह की ईको कार चलाता था। वह कार से बुकिंग लेकर फरीदाबाद गया था। 28 अप्रैल को आकाश फरीदाबाद से बरेली आया। वह अपनी बहन के यहां नरियावल में भांजी के नामकरण संस्कार में शामिल होने के लिए जा रहा था। बिथरी के पुरनापुर निवासी ममेरे भाई विनोद ने उसे अपने गांव बुला लिया। इसके बाद विनोद और उसके ममेरे भाई राजेश निवासी रुकुमपुर फाटक थाना फतेहगंज पश्चिमी, मौसेरे बहनोई सोमपाल निवासी धौरेरा माफी थाना इज्जतनगर और झनकार सिंह निवासी ग्राम पठनिया थाना बीसलपुर ने हत्या कर दी और शव नहर में फेंक दिया था। पुलिस ने विनोद, सोमपाल और राजेश को गिरफ्तार कर लिया है। उनके कब्जे से ईको कार और आकाश का टूटा हुआ मोबाइल भी बरामद कर लिया है,जबकि झनकार सिंह फरार है।
रुपये उधार देने के बहाने से उसे पुरनापुर बुला लिया
विनोद ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि आकाश उसका दूर का फुफेरा भाई था। आकाश ने फोन करके उधार दिए तीन हजार रुपये मांगे और बताया कि उसके बहनोई ने 25 हजार रुपये दिए हैं। विनोद ने उसे उधार देने के बहाने से उसे पुरनापुर बुला लिया। पुरनापुर में विनोद, उसका ममेरा भाई राजेश, मौसेरे बहनोई सोमपाल व झनकार मिले। चारों आकाश की कार से कुंआडांडा आए और यहां क्लच का ई तार खरीदा। इसके बाद नवदिया झादा के पास वा सभी ने शराब पी। चारों ने आकाश को अधिक शराब पिला दी। नशा होने पर विनोद ने तार से गला घोटा,राजेश ने पैर पकड़े और सोमपाल व और झनकार ने हाथ। मौत होने के व बाद चारों ने शव को आकाश की कार में रखा और कुंवरपुर बंजरिया व स्थित सूखी नहर में फेंक दिया। इंस्पेक्टर संजय तोमर ने बताया कि विनोद पहले आकाश के बहनोई की गाड़ी चलाता था। आकाश के पहुंचने पर उन्होंने विनोद को हटा दिया और आकाश को काम पर रख लिया था। इससे भी विनोद रंजिश मानता था।
सीडीआर से खुला हत्या का राज
आकाश के पिता ने 29 अप्रैल को धर्मपाल के गायब होने की पुलिस से शिकायत की। पुलिस ने आकाश के मोबाइल नंबर की सीडीआर निकलवाई। जिसमें आकाश की आखिरी बार बातचीत विनोद से ही होने की पुष्टि हुई। जिसके बाद पुलिस ने विनोद को हिरासत में लिया और पूछताछ में हत्या की बात स्वीकार कर ली।