"I Love Muhammad" विवाद पर संजय निषाद का बयान: "जब अल्लाह को अंग्रेज़ी पढ़ाई जाए, तो राजनीति समझनी चाहिए"
punjabkesari.in Monday, Sep 29, 2025 - 05:59 PM (IST)

Lucknow News: उत्तर प्रदेश समेत देश के कई हिस्सों में "I Love Muhammad" मुहिम को लेकर उत्पन्न हुआ विवाद अब सियासी रंग लेता जा रहा है। कानपुर से शुरू हुए इस अभियान के चलते कई जिलों में तनाव, रैलियां और झड़पों की खबरें सामने आ रही हैं। इसी बीच राज्य सरकार में मंत्री संजय निषाद का एक विवादित बयान सुर्खियों में है।
"तलवार से नहीं, संस्कार से मनाएं त्योहार" संजय निषाद
मंत्री संजय निषाद ने इस मुद्दे पर कहा, "जब उर्दू-अरबी पढ़ने वाले लोग अंग्रेज़ी में अल्लाह को पढ़ाने लगें, तो समझ लेना चाहिए कि इसके पीछे कोई गहरी राजनीति चल रही है। भगवान भी राजनीति के शिकार हैं।" निषाद पार्टी के प्रमुख और योगी सरकार के मंत्री संजय निषाद ने आगे कहा, "तलवार से त्योहार नहीं मनेगा, अब त्योहार संस्कार से मनेगा।" उन्होंने इस अभियान से जुड़े लोगों को "उन्मादी" करार दिया और कहा कि, "अगर पुलिस लाठी नहीं चलाएगी तो क्या हाथ जोड़कर बात करेगी? हमारे आंदोलन के वक्त तो पुलिस को गोली चलाने तक के आदेश मिलते थे।"
उत्तर प्रदेश के कई जिलों में तनाव
"I Love Muhammad" को लेकर बरेली में 26 सितंबर (शुक्रवार) की नमाज के बाद हिंसक झड़पें हुईं। इसके बाद बरबंकी, मऊ, और मुजफ्फरनगर जैसे जिलों में भी तनाव फैल गया। पुलिस ने उपद्रवियों की तलाश में रातभर छापेमारी की और कई लोगों को हिरासत में लिया। इस दौरान बरेली के मौलवी तौकीर रजा को भी गिरफ्तार किया गया है। प्रशासन ने संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात कर दिए हैं और सोशल मीडिया पर भी कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
लखनऊ के पास बरबंकी में भी फैला तनाव
बाराबंकी जिले के फैजुल्लागंज गांव, जो लखनऊ के करीब स्थित है, वहां भी मामला गरमा गया जब "I Love Muhammad" लिखा हुआ एक बैनर कथित तौर पर स्थानीय चौकीदार ने लाठी से फाड़ दिया। इस घटना के बाद एक समुदाय के लोग बड़ी संख्या में इकट्ठा हो गए और विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया। दूसरे पक्ष के लोग भी जुटने लगे, जिससे गांव में स्थिति तनावपूर्ण हो गई। प्रशासन ने हालात को नियंत्रण में रखने के लिए फोर्स तैनात कर दी है और स्थानीय लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।