परिवार के 7 लोगों को मौत के घाट उतारने वाली शबनम ने फिर लगाई राज्यपाल से दया की गुहार
punjabkesari.in Friday, Feb 19, 2021 - 10:34 AM (IST)
रामपुर: उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले में अपने प्रेमी के साथ मिलाकर परिवार के 7 लोगों को मौत के घाट उतारने वाली शबनम ने एक बार फिर दया याचिका की गुहार लगाई है। बता दें कि इससे पहले भी शबनम दया याचिका की गुहार लगा चुकी है जिसे राष्ट्रपति ने खारिज कर दिया था। जानकारी मुताबिक गुरुवार को शबनम के दो वकील रामपुर जिला कारागार पहुंचे। जहां उन्होंने जेल अधीक्षक को दया याचिका के लिए प्रार्थनापत्र सौंपा। जिसके बाद जेल अधीक्षक अब प्रदेश की राज्यपाल को दया याचिका का यह प्रार्थनापत्र भेजेंगे।
बताया जा रहा है कि रामपुर जेल के महिला बैरक में बंद शबनम के लिए भले ही रामपुर के जेलर ने डेथ वारंट अदालत से जारी करने को कहा है। इसके बाद उसके बचने की कोई भी गुंजाइश नजर नहीं आती, लेकिन फिर भी शबनम के दो वकीलों ने रामपुर जिला जेल अधीक्षक से मिलकर एक बार फिर दया याचिका महामहिम राज्यपाल के समक्ष भेजने की गुहार लगाई है। रामपुर जेल अधीक्षक भी शबनम के वकीलों द्वारा दी गई याचिका महामहिम राज्यपाल के समक्ष भेज रहे है। देखना यह होगा कि दोबारा भेजी गई शबनम की दया याचिका राज्यपाल स्वीकार करेंगे या एक बार फिर उसे खारिज कर दिया जाएगा।
बता दें कि इससे पहले शबनम के बेटे ने पीएम और राष्ट्रपति से गुहार लगाई थी कि उसकी मां के गुनाहों को माफ कर दिया जाए। ताज ने भावुक अपील करते हुए कहा था कि अगर मां को फांसी दे दी गई तो वह अकेला रह जाएगा। ताज ने कहा कि उसकी बड़ी मम्मी उसे बहुत प्यार करती है वो जब जेल में उससे मिलने गया तो उन्होंने उसे गले लगा लिया। बता दें कि ताज छठीं क्लास में पढ़ता है और उसे एक दंपत्ति ने गोद ले रखा है। ताज उस दंपत्ति को छोटी मम्मी और छोटे पापा कहकर बुलाता है। जबकि शबनम को बड़ी मम्मी कहता है। हाल ही में जब ताज शबनम से मिलने गया था तो उसने बेटे से कहा था कि वो खूब पढ़ाई करे और एक अच्छा इंसान बने। ताज को गले लगाकर शबनम काफी देर तक रोती रही थी। शबनम ने ताज से कहा था कि वो उसे कभी याद न करे क्योंकि वो अच्छी मम्मी नहीं है।