जमीन की पैमाइश में लेखपाल और कानूनगो ने मांगी 50 हजार की रिश्वत, नहीं देने पर किसान की जमकर पिटाई की और किया गाली-गलौज
punjabkesari.in Friday, Nov 21, 2025 - 09:37 AM (IST)
इटावा: उत्तर प्रदेश के इटावा जिले की तहसील परिसर में एक किसान की राजस्व कर्मियों ने रिश्वत की मांग को लेकर पिटाई कर दी, जिससे खफा पीड़ित किसान ने न्याय की मांग को लेकर एसडीएम की गाड़ी के सामने धरने पर बैठ गया। किसान ने कानूनगो वेदराम, लेखपाल नागेंद्र ओर लेखपाल सुरेश पर जमीन की नामजोक को लेकर रिश्वत मांगने और राशि नही देने पर पिटाई करने का आरोप लगाया है। तीनों राजस्व कर्मी वारदात को अंजाम देने के बाद तहसील से फरार हो गए है।
किसान को पीटा और छीने 20 हजार
किसान शमसुद्दीन ने बताया कि वह अपनी जमीन की नापजोक करने के लिए तहसील आया हुआ था। जमीन की नापजोक को लेकर राजस्व कर्मियों ने करीब 50000 की मांग की गई थी, जिसके एवज में 20000 किसान ने दिए थे। इसी को लेकर किसान और लेखपाल के बीच विवाद हो गया, जिसमें लेखपाल ने किसान को पीटने के साथ ही 20000 रुपए भी छीन लिए। पीड़ित शमसुद्दीन ने बताया कि वह अपनी जमीन की पैमाइश के लिए लंबे समय से तहसील के चक्कर लगा रहा था। इसके लिए उसने लेखपाल नागेंद्र सिंह को प्रार्थना पत्र दिया था।
किसान ने लगाए ये आरोप
आरोप है कि पैमाइश करने के लिए लेखपाल ने उससे पचास हजार रुपये की मांग की और कई बार दबाव भी बनाया। शमसुद्दीन का कहना है कि वह इतनी बड़ी रकम देने में सक्षम नहीं था, इसलिए उसने रिश्वत देने से साफ इनकार कर दिया। इसी इनकार से नाराज लेखपालों ने आज दोपहर उसे तहसील में बुलाया। शमसुद्दीन के मुताबिक जैसे ही वह तहसील के कमरे में पहुंचा, लेखपाल नागेंद्र सिंह के साथ मौजूद वेदराम और सुरेश ने दरवाजा बंद कर दिया और उस पर दबाव बनाना शुरू कर दिया। तीनों ने मिलकर उससे गाली-गलौज की और रिश्वत देने से इनकार करने पर लात-घूसों से मारना शुरू कर दिया।
किसान SDM की गाड़ी के सामने धरने पर बैठा
धरने की सूचना मिलते ही तहसील परिसर में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। किसान की पुकार सुनकर कई कर्मचारी और ग्रामीण मौके पर इकट्ठा हो गए। स्थिति बिगड़ती देख एसडीएम सदर विक्रम सिंह राघव और तहसीलदार ने पीड़ित किसान को बुलाकर उसकी बात सुनी। दोनों अधिकारियों ने मामले की जांच तहसीलदार को सौंपने और जांच रिपोटर् आने पर संबंधित लेखपालों के खिलाफ उचित कारर्वाई करने का आश्वासन दिया, जिसके बाद किसान ने धरना समाप्त किया। इटावा के उप जिलाधिकारी विक्रम सिंह राघव ने बताया कि तहसीलदार सदर की अगुवाई में एक टीम गठित की गई है जो पूरे मामले की जांच करने में जुटी हुई है जांच में दोषी पाए जाने पर तीनों राजस्व कर्मियों के खिलाफ कड़ी और बड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

