‘ये खाने में थूक मिलाते, गांव में घुसने मत दो’… 15 साल की कथावाचिका बाल विदुषी लक्ष्मी का मुस्लिमों पर विवादित बयान
punjabkesari.in Friday, Oct 03, 2025 - 04:47 PM (IST)

Agra News: शमशाबाद ब्लॉक के खेड़ा गांव में धर्म प्रचार के नाम पर आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के दौरान विगत दिनों एक बेहद विवादित बयान सामने आया। कथावाचिका बाल विदुषी लक्ष्मी (15 वर्ष) ने सार्वजनिक रूप से कहा कि मुसलमानों को गांव में प्रवेश नहीं देना चाहिए और उनके खिलाफ आर्थिक बहिष्कार लागू होना चाहिए। कथावाचिका ने आरोप लगाया कि मुसलमान “खाने-पीने की वस्तुओं में थूक और मूत्र मिलाकर हिंदुओं का धर्म भ्रष्ट करते हैं” और इसलिए उनसे कुछ भी खरीदना नहीं चाहिए। उन्होंने यह सुझाव दिया कि प्रत्येक गांव के बाहर बोर्ड अथवा पोस्टर लगाना चाहिए जिसमें लिखा हो: “हमारे गांव में मुसलमानों का प्रवेश वर्जित है”।
कार्यक्रम एवं आयोजन का परिदृश्य
श्रीमद् भागवत कथा का यह आयोजन योगी यूथ ब्रिगेड धर्म रक्षा ट्रस्ट के तत्वावधान में किया जा रहा है, जिसमें प्रदेश अध्यक्ष कुंवर अजय तोमर की भूमिका बताई जा रही है। यह कथा कार्यक्रम ब्लॉक शमशाबाद के खेड़ा गाँव में हो रहा है। कार्यक्रम के अंत में 5 अक्टूबर को एक विशाल संत सम्मेलन आयोजित करने का प्रस्ताव है, जिसमें देश भर से संत महामंडलेश्वर भाग लेंगे।
विवाद और प्रतिक्रिया
स्थानीय मुस्लिम समुदाय तथा कई सामाजिक एवं मानवाधिकार संगठनों ने इस बयान की निंदा की है। कईलोगों ने इसे संविधान व कानून के प्रति अनुचित एवं आपराधिक अपराध की श्रेणी में आने वाला कृत्य करार दिया है। इस तरह की टिप्पणी इस बात का संकेत है कि धार्मिक कार्यक्रमों का उपयोग समाज में विभाजन करने के लिए किया जा रहा है। प्रशासनिक स्रोतों के अनुसार, उच्चाधिकारियों को इस मामले की जानकारी दी गई है, और यदि आवश्यक हो, तो कथित कृत्य के लिए कानूनी कार्रवाई भी हो सकती है। वर्तमान में यह स्पष्ट नहीं है कि स्थानीय पुलिस एवं जिला प्रशासन ने इस पर क्या कदम उठाए हैं।