यूपी पुलिस ने किया IAS ठग का पर्दाफाश: 150 लोगों से 80 करोड़ की ठगी का बड़ा खुलासा, 6 साल की जांच के बाद गिरफ्तार

punjabkesari.in Friday, Oct 17, 2025 - 11:14 AM (IST)

Lucknow News: लखनऊ पुलिस ने एक बड़े ठग को पकड़ने में सफलता हासिल की है, जो खुद को IAS अधिकारी बताकर करोड़ों रुपए की ठगी करता था। आरोपी का नाम डॉ. विवेक मिश्रा है, जिसे कमता बस स्टेशन के पास से गिरफ्तार किया गया। पुलिस जांच में पता चला है कि यह ठग करीब 80 करोड़ रुपए से ज्यादा की ठगी कर चुका है और करीब 6 साल से सीआईडी उसकी तलाश में थी।

कैसे करता था ठगी?
डॉ. विवेक मिश्रा ने खुद को 2014 बैच का IAS अधिकारी बताया और कहा कि वह गुजरात सरकार में प्रधान सचिव के पद पर तैनात है। उसने यह भी दावा किया कि उसकी बहनें गुजरात कैडर की IPS अधिकारी हैं। इसके जरिए वह लोगों का भरोसा जीतता था और उन्हें फंसा लेता था।

फर्जी प्रोफाइल और जालसाजी
पुलिस के अनुसार, विवेक सोशल मीडिया और व्हाट्सएप ग्रुप्स पर फर्जी प्रोफाइल बनाकर लोगों से संपर्क करता था। खासतौर पर लड़कियों को शादी का झांसा देकर उनके परिवारों से नौकरी दिलाने के नाम पर मोटी रकम वसूलता था। वह असली IAS और IPS अधिकारियों के नाम का भी गलत तरीके से इस्तेमाल करता था ताकि लोग उस पर विश्वास करें।

बांटता था फर्जी नियुक्ति पत्र
शिकायतकर्ता डॉ. आशुतोष मिश्रा, जो खुद सुप्रीम कोर्ट में वकील हैं, ने बताया कि विवेक ने उन्हें गुजरात सरकार के गृह मंत्रालय में जनसंपर्क अधिकारी और डिप्टी एसपी (स्पोर्ट्स कोटा) के पदों पर फर्जी नियुक्ति पत्र दिए थे। जांच में यह पूरी तरह झूठ साबित हुआ। इसके बाद चिनहट थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया।

सीआईडी की बड़ी कार्रवाई
सीआईडी की टीम ने 6 साल की कड़ी मेहनत के बाद इस ठग को गिरफ्तार किया। विवेक मिश्रा ने कई राज्यों में सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर जाल बिछाया था और दर्जनों लोगों से करोड़ों रुपये ठगे थे। पुलिस अब उसके बैंक खातों और डिजिटल रिकॉर्ड की गहन जांच कर रही है।

पुलिस की चेतावनी
पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे ऐसे फर्जीवाड़े से सावधान रहें और नौकरी या सरकारी पदों के नाम पर कोई भी रकम देने से पहले पूरी जांच कर लें। साथ ही किसी भी संदिग्ध व्यक्ति की सूचना पुलिस को तुरंत दें ताकि इस तरह की ठगी से और लोग बच सकें।


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Content Editor

Anil Kapoor

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