गोरखपुर: लॉकडाउन के बीच GIDA की 30 फैक्ट्रियों में काम शुरू, केंद्र सरकार के गाइडलाइन का हो रहा पालन

punjabkesari.in Friday, Apr 24, 2020 - 06:26 PM (IST)

गोरखपुर: वैश्विक महामारी कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए पूरे भारत में लॉकडाउन घोषित किया गया है। ऐसे में भारत की अर्थव्यवस्था पर काफी असर पड़ा है। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में लॉकडाउन की वजह से ठप अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने की कवायद शुरू हो गई है। कोरोना के साये में केन्द्र सरकार के गाइडलाइन के तहत गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (GIDA) में 30 फैक्ट्रियों में उत्पादन कार्य शुरू कर दिया गया है। इन फैक्ट्रियों में खासकर जीवनरक्षक दवाओं, ऑक्सीजन, सैनिटाइजर और खाने-पीने की आवश्यक वस्तुओं का उत्पादन शुरू किया गया है।

बता दें कि फैक्ट्रियों में कोरोना के प्रकोप को देखते हुए सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ख्याल रखा जा रहा है। अभी यहां पर मात्र 50 फ़ीसदी कर्मचारियों और मजदूरों को ही आने के लिए कहा गया है। साथ ही सभी मजदूरों को फैक्ट्री के अंदर ही रखकर काम कराने के लिए निर्देश दिए गए हैं। हालांकि अभी काफी फैक्ट्री बंद पड़ी हुई है। शुरू की गईं इन फैक्ट्रियों में थर्मल स्क्रीनिंग और सैनिटाइजेशन का काम अभी आधा-अधूरा ही हो पाया है। लेकिन इसे पूरा कराने के लिए गीडा के सीईओ संजीव शरण को जिम्मेदारी सौंपी गई है।

जरूरी सामानों का उत्पादन करने वाली फैक्ट्री शामिल
गीडा की फैक्ट्रयों में उत्पादन कार्य शुरू किेये जाने को लेकर चैंबर ऑफ इंडस्ट्रीज के महासचिव प्रवीण मोदी ने कहा है कि दरअसल सीमित संसाधनों में लोगों तक सभी आवश्यक वस्तुओं को मुहैया कराने के मकसद से फैक्ट्रियों का संचालन शुरू कराया गया है। इनमें बोरा, जीवन रक्षक दवाएं, आटा, दाल, रिफाइंड ऑयल और ब्रेड समेत तमाम जरूरी सामान का उत्पादन करने वाली फैक्ट्री आदि शामिल हैं।

 फैक्ट्रियों के संचालन से मजदूरों की आर्थिक स्थिति ठीक बनी रहेगी
महासचिव ने कहा कि चालू की गईं इन फैक्ट्रियों में केन्द्र सरकार के गाइडलाइन का पूरा पालन कराया जा रहा है। खासकर फैक्ट्रियों में उत्पादन के दौरान मजदूरों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखा जा रहा है। इसके साथ ही प्रवीण ने कहा है कि हमारा मकसद है कि आपदा के इस हालात में जरूरी सामानों का उत्पादन होने के साथ ही मजदूरों की आर्थिक स्थिति भी ठीक बनी रहे।


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Edited By

Umakant yadav

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