दो सगे भाई, दो आधार कार्ड, मां मुस्लिम और पिता हिंदू – सीतापुर एनकाउंटर ने खोला फर्जी पहचान का धमाकेदार राज!

punjabkesari.in Friday, Aug 08, 2025 - 06:49 AM (IST)

Sitapur News: उत्तर प्रदेश में सीतापुर जिले के पत्रकार राघवेंद्र वाजपेई की हत्या में शामिल 2 शूटरों को पुलिस ने बीते गुरुवार सुबह मुठभेड़ में मार गिराया। ये दोनों सगे भाई थे, जिनकी पहचान राजू तिवारी उर्फ रिजवान खान और संजय तिवारी उर्फ अकील खान के रूप में हुई है। सबसे चौंकाने वाली बात ये रही कि दोनों भाइयों के पास दो-दो आधार कार्ड थे – एक हिंदू नाम से और दूसरा मुस्लिम नाम से।

कौन थे ये दो भाई?
पुलिस के मुताबिक, दोनों भाइयों के पिता कृष्ण गोपाल तिवारी एक हिंदू ब्राह्मण थे, जबकि मां नाजिमा मुस्लिम थीं। बताया जाता है कि शादी के बाद कृष्ण गोपाल ने धर्म बदलकर अपना नाम करीम खान रख लिया था। बच्चों ने भी बड़ा होकर दोहरी पहचान अपना ली। राजू तिवारी बना रिजवान खान और संजय तिवारी बना अकील खान। इन दोनों के पास दोनों नामों से आधार कार्ड और दूसरे पहचान पत्र मौजूद थे। पुलिस का कहना है कि ये लोग मौके और जरूरत के हिसाब से अपनी पहचान बदलते थे।

पत्रकार की हत्या: क्या हुआ था 8 मार्च को?
8 मार्च 2025 को सीतापुर के तेजतर्रार पत्रकार राघवेंद्र वाजपेई को बाइक सवार दो बदमाशों ने दिनदहाड़े हेमपुर ओवरब्रिज के पास गोली मार दी थी। हमलावरों ने उन पर चार गोलियां चलाईं, जिनमें से दो गोलियां सीने में लगीं। उन्हें जिला अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।

पुलिस की तफ्तीश और कार्रवाई
हत्या के बाद मामला हाई-प्रोफाइल बन गया। मुख्यमंत्री कार्यालय तक से रिपोर्ट मांगी गई। एसपी चक्रेश मिश्र के नेतृत्व में 12 विशेष टीमें बनाई गईं। 1000 से ज्यादा मोबाइल नंबर खंगाले गए, 125 संदिग्धों से पूछताछ हुई, 250 CCTV फुटेज की जांच हुई।

बाबा बना मास्टरमाइंड
जांच में बड़ा खुलासा हुआ – हत्या की साजिश कारेदेव बाबा मंदिर के स्वयंभू पुजारी, शिवानंद बाबा उर्फ विकास राठौर ने रची थी। राघवेंद्र, बाबा की कुछ अवैध गतिविधियों को उजागर करने वाले थे। इसी बात से नाराज होकर बाबा ने दो शूटरों को सुपारी देकर हत्या करवाई। पुलिस पहले ही बाबा और उसके दो साथियों को गिरफ्तार कर चुकी थी। लेकिन दोनों शूटर फरार थे।

कैसे हुआ एनकाउंटर?
बताया जा रहा है कि बीते गुरुवार सुबह STF, सीतापुर पुलिस और SOG की टीम को सूचना मिली कि दोनों फरार शूटर पिसावा थाना क्षेत्र में छिपे हैं। पुलिस ने इलाके में घेराबंदी की। उसी दौरान दोनों आरोपी बाइक पर निकलते नजर आए। पुलिस ने रुकने का इशारा किया, लेकिन उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में दोनों गंभीर रूप से घायल हुए और अस्पताल ले जाते वक्त मारे गए।

मौके से बरामद हुआ:
- 32 बोर की पिस्टल
- एक कार्बाइन
- स्पोर्ट्स बाइक
SP अंकुर अग्रवाल खुद मौके पर पहुंचे और इस मुठभेड़ को 'साहसिक और रणनीतिक कार्रवाई' बताया।

पुलिस को मिली सराहना
इस एनकाउंटर के बाद पुलिस की सक्रियता की तारीफ हो रही है। SP अंकुर अग्रवाल ने कहा कि  जिन लोगों ने समाज के प्रहरी की हत्या की, उनका अंत हो गया। ये कानून की जीत है।

परिवार की नाराजगी: रश्मि बोलीं – अब भी नहीं मिला न्याय
हालांकि, पत्रकार राघवेंद्र की पत्नी रश्मि वाजपेई ने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि हमें पुलिस की एनकाउंटर थ्योरी पर शुरू से शक है। पुलिस लीपा-पोती कर रही है। हम शुरू से सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं।


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Content Editor

Anil Kapoor

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