बाजार से पॉलिथीन के थैले गायब, प्रचलन में आए जूट के थैले

punjabkesari.in Monday, Jul 30, 2018 - 02:32 PM (IST)

लखनऊः उत्तर प्रदेश में पॉलिथीन पर प्रतिबंध के उत्साहजनक परिणाम सामने आ रहे हैं। बाजारों से पॉलिथीन के थैले, गिलास और कप गायब हैं और उनकी जगह जूट, कागज या कपड़े के थैले प्रचलन में आ गए हैं। राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश के बाद 50 माइक्रॉन से पतली पॉलिथीन पर 15 जुलाई से प्रतिबंध लगा दिया गया है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में 15 अगस्त के बाद 50 माइक्रॉन से मोटी पॉलिथीन भी नहीं बिक सकेगी। जो व्यापारी या दुकानदार ऐसी पॉलिथीन का इस्तेमाल करना चाहते हैं, उन्हें नगर निगम से लाइसेंस लेना होगा। मुख्यमंत्री योगी ने कल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी में एक कार्यक्रम के दौरान ऐलान किया था कि 2 अक्तूबर के बाद से‘डिस्पोजिबल प्लास्टिक’को भी प्रतिबंधित कर दिया जाएगा।     

पॉलिथीन पर प्रतिबंध का असर राजधानी के अमीनाबाद, रकाबगंज, गणेशगंज और पुराने शहर के कुछ हिस्सों में साफ नजर आया। थोक और फुटकर पॉलिथीन विक्रेताओं ने अब कागज और कपड़े के थैलों की ओर रूख किया है। कारोबारी रजनीश श्रीवास्तव ने बताया कि दंडात्मक प्रावधान काफी कड़े किए गए हैं। स्वास्थ्य और पर्यावरण को नुकसान की सरकार की दलील तो ठीक है, लेकिन अचानक बंद हुए उनके धंधे को फिर से व्यवस्थित होने में लंबा समय लगेगा।     

पॉलिथीन पर प्रतिबंध की खबर का असर गांवों में भी देखने को मिला। अमेठी के गौरीगंज बाजार में किसी भी दुकान पर पॉलिथीन की थैली नहीं मिली। मीट कारोबारी मोहम्मद असलम ने बताया कि हम ग्राहकों से गुजारिश करते हैं कि वे घर से झोला लेकर आयें। अगर कोई झोला नहीं लाता तो हम गोश्त मोटे कागज में पैक कर धागे से बांधकर दे देते हैं।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Ruby

Recommended News

Related News

static