ताजमहल के 500 मीटर के दायरे में दुकाने, होटल, रेस्त्रां पर रोक, दुकानदारों पर छाया रोजी-रोटी का सकंट
punjabkesari.in Saturday, Oct 01, 2022 - 05:56 PM (IST)

आगराः ताजमहल के 500 मीटर के दायरे में किसी भी प्रकार की कॉमर्शियल एक्टिविटी को बंद करने के फैसले से दुकानदारों पर रोजी-रोटी का सकंट मंडराने लगा है।
ऐसे में अब ताजगंज बाती लामबंद होकर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे। दरअसल, आगरा जिले में स्थित ताजमहल पर प्रदूषण रोकने के लिए पहले आगरा का फाउंड्री उद्योग बंद किया गया था। अब यह खतरा ताजमहल के आसपास हो रही व्यावसायिक गतिविधियां पर मंडरा रहा है। सुप्रीम कोर्ट के नए आदेश आने के बाद ताजमहल के आसपास हो रही व्यावसायिक गतिविधियां बंद की जानी हैं। इससे वहां रोजाना कमाकर खाने वाले के सामने रोजगार का संकट पैदा होने वाला है।
बता दें कि पश्चिमी गेट मार्केट एसोसिएशन ने ताजमहल के 500 मीटर की परिधि में व्यावसायिक गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए एडीए को निर्देश देने की मांग की थी। इसी के चलते सुप्रीम कोर्ट के नए आदेश आने के बाद ताजमहल के आसपास हो रही व्यावसायिक गतिविधियां बंद हो जाएगी। जिसका असर वहां रोजाना कमाकर खाने वाले लोगों के ऊपर पड़ेगा। इस आदेश आने के बाद वे दुकानदार और कारोबारी परेशान हैं, जो चारों कटरों में कारोबार कर रहे हैं।
पुरखों का धंधा, अब कहां जाएंगे?
स्थानीय व्यापारियों का कहना है कि वह सदियों से ताजमहल के समीप अपने पुरखों के कारोबार को आगे बढ़ाते आ रहे हैं। ताजमहल के आसपास घनी आबादी है और 500 मीटर के दायरे में लगभग 20,000 से ज्यादा लोगों का व्यवसाय जुड़ा हुआ है। ऐसे में अगर सुप्रीम कोर्ट यहां से कमर्शियल एक्टिविटीज को बंद कर देता तो हम लोगों के सामने रोजगार व रोजी-रोटी का बड़ा संकट खड़ा होगा। अगर काम धंधा बंद हुआ, तो उनके पास कोई दूसरा काम नहीं होगा। जिससे वह अपना घर चला सके।
खटखटाएंगे सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा
स्थानीय व्यापार कमेटी के लोग अब लामबंद हो रहे हैं। चंदा इकट्ठा किया जा रहा है और सभी एक बार फिर से सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे। उसको लेकर बैठकों का दौर जारी है। आगरा के कुत्ता पार्क में व्यापारियों की मीटिंग हो रही है।
दरअसल ताजमहल की 500 मीटर की परिधि में हैंडीक्राफ्ट शोरूम, दुकाने व होटल बड़ी संख्या में हैं। इन्ही दुकानों के सहारे बहुत से लोगों की रोजी रोटी चल रही हैं। जहां व्यावसायिक गतिविधियां बंद किए जाने से पूरा ताजगंज ही संकट में आ जाएगा। व्यावसायिक गतिविधियों पर रोक लगाए जाने से हजारों लोगों की आजीविका प्रभावित होगी और वे बेरोजगार हो जाएंगे। ताजमहल घूमने आने वाले भारतीय और विदेशी पर्यटकों के सहारे यह लोग अपना कारोबार चलते है। साथ ही हैंडीक्राफ्ट शोरूम संचालकों, होटल व रेस्टोरेंट संचालकों और दुकानदारों के साथ ही उनके यहां काम करने वाले सैकड़ों लोगों के समक्ष आजीविका का संकट खड़ा हो जाएगा। इसी बात को लेकर पूरा ताजगंज में हड़कंप मचा हुआ है।