निजी सचिव की मौत के मामले में एसएचओ और दारोग़ा समेत कई लोगों के खिलाफ मामला दर्ज
punjabkesari.in Wednesday, Sep 08, 2021 - 01:32 AM (IST)
लखनऊ, सात सितंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के नगर विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव के निजी सचिव विशंभर दयाल की मौत के मामले में उनके भाई ने उन्नाव जिले की औरास थाने की पुलिस और अपनी बहन के ससुरालवालों पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए लखनऊ पुलिस आयुक्तालय के हुसैनगंज थाना में मामला दर्ज कराया है।
नगर विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव के निजी सचिव विशंभर दयाल की तीन सितंबर को यहां डॉक्टर राम मनोहर लोहिया अस्पताल में मौत हो गई थी। प्रदेश की राजधानी लखनऊ में विधान भवन से कुछ ही दूरी पर चाक-चौबंद सुरक्षा वाले बापू भवन में विशंभर दयाल ने 30 अगस्त को कथित रूप से खुद को गोली मार ली थी। हुसैनगंज पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मामले में विशंभर दयाल के भाई लखनऊ निवासी ओमप्रकाश की तहरीर पर उन्नाव जिले के औरास थाना के तत्कालीन थाना प्रभारी (एसएचओ) हरि प्रसाद अहिरवार, उप निरीक्षक तमीजुद़दीन और बहन के ससुरालवालों समेत कई अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 306 (आत्महत्या के लिए उकसाने), भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम और अनुसूचित जाति जनजाति (नृशंसता निवारण) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
तहरीर के अनुसार, ओमप्रकाश ने आरोप लगाया है कि रिश्तेदारों के जमीनी विवाद में एसएचओ हरि प्रसाद अहिरवार आदि द्वारा झूठे व मनगढंत मुकदमे लगाकर 11 अगस्त, 2019 से लगातार उन्नाव पुलिस द्वारा प्रताडि़त किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके भाई को उन्नाव पुलिस और विपक्षीगणों ने मानसिक उत्पीड़न कर आत्महत्या के लिए उकसाया।
पुलिस के मुताबिक बापू भवन की आठवीं मंजिल पर नगर विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव रजनीश दुबे के निजी सचिव विशंभर दयाल ने 30 अगस्त को रिवाल्वर से खुद को गोली मार ली थी। गंभीर रूप से घायल अवस्था में उन्हें राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया था जिनकी तीन सितंबर को अस्पताल में मौत हो गई। बापू भवन विधान भवन के ठीक सामने स्थित है और इसमें मंत्रियों तथा वरिष्ठ अधिकारियों के दफ्तर हैं।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
नगर विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव के निजी सचिव विशंभर दयाल की तीन सितंबर को यहां डॉक्टर राम मनोहर लोहिया अस्पताल में मौत हो गई थी। प्रदेश की राजधानी लखनऊ में विधान भवन से कुछ ही दूरी पर चाक-चौबंद सुरक्षा वाले बापू भवन में विशंभर दयाल ने 30 अगस्त को कथित रूप से खुद को गोली मार ली थी। हुसैनगंज पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मामले में विशंभर दयाल के भाई लखनऊ निवासी ओमप्रकाश की तहरीर पर उन्नाव जिले के औरास थाना के तत्कालीन थाना प्रभारी (एसएचओ) हरि प्रसाद अहिरवार, उप निरीक्षक तमीजुद़दीन और बहन के ससुरालवालों समेत कई अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 306 (आत्महत्या के लिए उकसाने), भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम और अनुसूचित जाति जनजाति (नृशंसता निवारण) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
तहरीर के अनुसार, ओमप्रकाश ने आरोप लगाया है कि रिश्तेदारों के जमीनी विवाद में एसएचओ हरि प्रसाद अहिरवार आदि द्वारा झूठे व मनगढंत मुकदमे लगाकर 11 अगस्त, 2019 से लगातार उन्नाव पुलिस द्वारा प्रताडि़त किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके भाई को उन्नाव पुलिस और विपक्षीगणों ने मानसिक उत्पीड़न कर आत्महत्या के लिए उकसाया।
पुलिस के मुताबिक बापू भवन की आठवीं मंजिल पर नगर विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव रजनीश दुबे के निजी सचिव विशंभर दयाल ने 30 अगस्त को रिवाल्वर से खुद को गोली मार ली थी। गंभीर रूप से घायल अवस्था में उन्हें राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया था जिनकी तीन सितंबर को अस्पताल में मौत हो गई। बापू भवन विधान भवन के ठीक सामने स्थित है और इसमें मंत्रियों तथा वरिष्ठ अधिकारियों के दफ्तर हैं।
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