रामनगरी बनेगी रोशनी की रानी, 56 घाटों पर जलेगा आस्था का समुंदर — अयोध्या लिखेगी दीपों से नया विश्व इतिहास!
punjabkesari.in Friday, Oct 17, 2025 - 06:38 AM (IST)

Ayodhya News: अयोध्या में इस साल का नौवां दीपोत्सव 2025 बेहद भव्य और ऐतिहासिक होने जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशन में डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय इस पूरे आयोजन को शानदार और दिव्य रूप देने में जुटा हुआ है।
कुलपति ने किया तैयारियों का निरीक्षण
मिली जानकारी के मुताबिक, गुरुवार को विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. बिजेंद्र सिंह ने राम की पैड़ी पहुंचकर दीपोत्सव की तैयारियों का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि दीपोत्सव सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि यह हमारी आस्था, संस्कृति और परंपरा का प्रतीक है।
जय श्रीराम के उद्घोष के साथ वालंटियर रवाना
बताया जा रहा है कि सुबह 10 बजे, विश्वविद्यालय परिसर से 7 बसों में सवार होकर वालंटियर 'जय श्रीराम' के नारे लगाते हुए दीपोत्सव स्थल के लिए रवाना हुए। दीपोत्सव यातायात समिति के संयोजक प्रो. अनूप कुमार की देखरेख में घाटों पर दीए सजाने का काम शुरू हो गया।
घाटों पर दीप सजाने में जुटे युवा
56 घाटों पर दीए सजाने का काम जोरों से चल रहा है। युवा वालंटियर पूरे उत्साह और समर्पण के साथ दीए सजा रहे हैं। दीपोत्सव नोडल अधिकारी प्रो. संत शरण मिश्र ने बताया कि 18 अक्टूबर तक सभी दीए सजाने का काम पूरा कर लिया जाएगा।
19 अक्टूबर को जलेंगे 26 लाख दीप
19 अक्टूबर को दीपोत्सव के दिन वालंटियर दीयों में तेल और बाती डालकर उन्हें प्रज्वलित करेंगे। इस बार 56 घाटों पर कुल 26 लाख 11 हजार 101 दीप जलाए जाएंगे, जिससे एक नया विश्व रिकॉर्ड बनाया जाएगा। कुल 28 लाख दीपक घाटों पर बिछाए जा रहे हैं।
वालंटियर के लिए विशेष व्यवस्था
सभी वालंटियरों के लिए आई-कार्ड अनिवार्य किया गया है। साथ ही शुक्रवार तक टी-शर्ट और कैप भी बांटी जाएंगी, ताकि वे आयोजन में एक जैसी वेशभूषा में नजर आएं।
दीपोत्सव: भारत की सांस्कृतिक आत्मा का प्रदर्शन
कुलपति डॉ. बिजेंद्र सिंह ने कहा कि यह दीपोत्सव सिर्फ अयोध्या का नहीं, बल्कि भारत की सांस्कृतिक आत्मा का वैश्विक प्रदर्शन है। घाटों पर काम कर रहे युवाओं की सेवा भावना और समर्पण इस आयोजन को राममय अयोध्या की आत्मा बना रहे हैं।