Sultanpur: पूर्व मंत्री डॉ. संदीप शुक्ला को मिला AAP से टिकट, बोले- अब यूपी में भी लागू होगा ‘केजरीवाल मॉडल’

punjabkesari.in Thursday, Sep 16, 2021 - 12:37 PM (IST)

सुलतानपुर: दिल्ली में लगातार दूसरी बार सत्ता पर काबिज होने के बाद आम आदमी पार्टी (आप) ने यूपी में भी इंट्री कर ली है। तमाम राजनीतिक दलों की भांति आप ने भी राम नगरी अयोध्या से मिशन 2022 का आगाज कर दिया है। ठीक इसके 24 घंटे बाद यूपी से 100 संभावित प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी है। आप की सूची में सुलतानपुर से पार्टी जिलाध्यक्ष व पूर्व राज्यमंत्री डॉ. संदीप शुक्ला का भी नाम है। उन्होंने कहा कि दिल्ली मॉडल के तर्ज पर हम चुनाव लड़ेंगे और जीतेंगे। सांसद संजय सिंह ने टिकट की लिस्ट जारी करके बता दिया है कि यूपी में केजरीवाल मॉडल ही अब लागू होगा।

‘आप की सूची में डॉक्टर, इंजीनियर और शिक्षित लोगों को प्रथमिकता’
बता दें कि आप की तरफ से टिकट की घोषणा के बाद डॉ. संदीप शुक्ला ने भाजपा और सपा पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि जिस तरह दिल्ली में साक्षर लोगों को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने टिकट दिया था, वही काम यूपी में भी किया है। इस पर मुख्यमंत्री योगी से लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव तक को गौर करना चाहिए। शुक्ला ने कहा कि आप द्वारा जारी की गई सूची में डॉक्टर, इंजीनियर और शिक्षित लोगों को प्रथमिकता दी गई है। उन्होंने बताया कि टिकट बंटवारा सिफारिश पर नहीं बल्कि ग्राउंड पर जांच पड़ताल के बाद दिया गया है। शुक्ला ने कहा कि हमें अवसर मिला है और हम हाईकमान के भरोसे को पूरा करके दिखाएंगे।

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डॉ. संदीप शुक्ला ने 2020 में आप की सदस्यता ली थी
गौरतलब है कि डॉ. संदीप शुक्ला ने दिसंबर 2020 में आप की सदस्यता ली थी। इससे पूर्व पीसीएस अफसर के पद से इस्‍तीफा देकर 25 जुलाई 2016 को उन्होंने सपा की सदस्यता ग्रहण की थी। इसी दिन पार्टी ने उन्‍हें दर्जा प्राप्त मंत्री के रूप में निर्माण निगम का सलाहकार बनाया था।

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मुलायम परिवार में तकरार का कारण बनी थी सुरभि शुक्ला
डॉ. शुक्ला की पत्नी डॉ. सुरभि शुक्ला को शिवपाल खेमे का सशक्त नेता माना जाता था। वह भी दो बार दर्जा प्राप्त मंत्री रह चुकी हैं। अखिलेश सरकार में उन्हें आवास विकास परिषद का प्रभार दिया गया था। 2017 के यूपी चुनाव में इनके टिकट को लेकर मुलायम परिवार में रार हुई थी। मुलायम यादव और शिवपाल यादव टिकट देने के पक्ष में थे, वहीं अखिलेश यादव ने इनका नाम लिस्ट से बाहर कर दिया था।

    


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Umakant yadav

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