घाटे से तंग 2 शातिर दोस्तों ने रचा हाईटेक ठगी का जाल, पेट्रोल पंप मालिकों के उड़ा दिए होश — पुलिस ने ऐसे पकड़े डिजिटल डकैत!
punjabkesari.in Thursday, Oct 02, 2025 - 01:46 PM (IST)

Baghpat News: उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में दो दोस्तों ने व्यापार में घाटा होने के बाद एक अनोखा और शातिराना तरीका अपनाया, जिसने पेट्रोल पंप मालिकों और पुलिस दोनों को हैरान कर दिया। ये दोनों आरोपी रात के अंधेरे में पेट्रोल पंपों पर लगे असली QR कोड को हटा कर अपने फर्जी QR कोड लगा देते थे। इसके बाद जो भी ग्राहक पेमेंट करता, उसकी राशि सीधे इन दोनों के बैंक खाते में चली जाती थी। पेट्रोल पंप से तो पेट्रोल निकलता था, लेकिन पैसा इनके पास चला जाता था।
शिकायत पर खुली हाईटेक ठगी की पोल
मिली जानकारी के मुताबिक, यह हाईटेक ठगी तब पकड़ी गई, जब 23 सितंबर को बागपत के थाना दोघट इलाके के दाहा स्थित राणा फिलिंग स्टेशन के मालिक ने शिकायत दर्ज कराई। जब उसने अपने खाते की जांच की तो उसने पेमेंट के बजाय पैसे गायब पाए। मामला पुलिस तक पहुंचा और साइबर सेल की टीम ने जांच शुरू की। जांच में CCTV फुटेज में दो युवकों को QR कोड बदलते हुए देखा गया। इसके बाद पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
फास्ट फूड कारोबार से ठगी की दुनिया तक
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान रिंकू कुमार (भटिंडा, पंजाब) और विपिन (फतेहपुर, यूपी) के रूप में हुई। पूछताछ में दोनों ने स्वीकार किया कि पहले वे हरिद्वार में फास्ट फूड का कारोबार करते थे, लेकिन घाटा होने के बाद उन्होंने यह ठगी शुरू की। रिंकू के बैंक खाते से बने फर्जी QR कोड को उन्होंने विभिन्न राज्यों के पेट्रोल पंपों और सार्वजनिक जगहों पर चिपकाया, जिससे लाखों रुपए की ठगी हुई।
कई राज्यों में फैलाया डिजिटल डाका
पुलिस की जांच में यह भी पता चला कि यह ठगी केवल बागपत तक सीमित नहीं थी, बल्कि मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भी इन्होंने डिजिटल डाका डाला। इनके कब्जे से नकली QR स्कैनर बरामद हुए हैं और NCRP पोर्टल पर इनके खिलाफ कई शिकायतें दर्ज हैं। इस गिरफ्तारी ने साबित कर दिया है कि अब अपराध सिर्फ हथियारों से नहीं, बल्कि डिजिटल तकनीक से भी हो सकता है। बागपत पुलिस की यह कार्रवाई हाईटेक ठगों को बेनकाब कर उन्हें जेल भेजने में सफल रही।
पुलिस ने 2 आरोपियों को दबोचा, कार्रवाई जारी
एसपी बागपत सूरज कुमार राय ने बताया कि सूचना के आधार पर साइबर टीम ने जांच कर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया। ये दोनों पहले फास्ट फूड का व्यवसाय करते थे, लेकिन घाटे के कारण उन्होंने यह ठगी की योजना बनाई। इनके खिलाफ यूपी, हरियाणा, उत्तराखंड, पंजाब और हिमाचल में केस दर्ज हैं, और आगे कानूनी कार्रवाई जारी है।