बदायूं: पुलिस सुरक्षा में दलित बेटी के घर पहुंची बारात, दूल्हे का सिर काटने की मिली थी धमकी

punjabkesari.in Monday, Mar 04, 2024 - 09:22 PM (IST)

बदायूं: सहसवान क्षेत्र के एक गांव निवासी वाल्मीकि परिवार की दो बेटियों की शादी तय हुई थी। एक की शादी तीन और दूसरी की शादी छह मार्च को निर्धारित है। गांव के दबंगों ने गांव में दूल्हे के बुग्गी पर बैठकर आने और बैंडबाजा बजने का विरोध किया और धमकाया। बेटियों के परिजनों ने पुलिस से शिकायत की। पुलिस ने दोनों पक्ष का समझौता कराया। पुलिस की मौजूदगी में पहली शादी हुई। गांव में पुलिस बल तैनात है।

गांव में बैंडबाजा नहीं बजने देंगे, न ही दूल्हा बुग्गी पर आएगा
गांव चंदेसी निवासी अनुसूचित जाति के रमेश और वीरेश ने लगभग एक सप्ताह पहले एसडीएम को शिकायती पत्र दिया था। जिसमें उन्होंने बताया कि उनके परिवार में दो बेटियों की तीन और छह मार्च को शादी होनी है। बारात बग्गी से चढ़ेगी। कहा कि गांव के कुछ दबंग गांव से बारात चढ़ाने पर जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। कह रहे हैं कि वह गांव में बैंडबाजा नहीं बजने देंगे, न ही दूल्हा बुग्गी पर आएगा। उन्होंने एसडीएम से आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने और बरात चढ़ने के दौरान सुरक्षा देने की मांग की।

बारात में रिश्तेदार व मौजूद पुलिस।

एसडीएम के निर्देश पर गांव में की गई पुलिसकर्मियों की तैनाती
एसडीएम के निर्देश पर पुलिस ने दोनों पक्ष को बैठाकर समझौता कराया लेकिन पुलिस भी अलर्ट थी। तीन मार्च को शादी के चलते गांव में पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई। बैंडबाजों के साथ बरात गांव पहुंची। बरात का स्वागत हुआ। पुलिसकर्मी बरात के साथ चले। शादी के बाद दुल्हन विदा हो गई। फिर भी गांव में पुलिस बल तैनात रहा।

भीम आर्मी के नेता भी पहुंचे 
वहीं, जब इस पूरे मामले की जानकरी भीम आर्मी पार्टी क़ो हुई तो उस पार्टी के नेता भी सक्रिय हो गए और गांव जाकर पूरे मामले की जानकारी ली। बरेली मंडल के अध्यक्ष विकास मंडल ने बताया कि एक गांव में दो बारात आनी थी। एक तीन मार्च और दूसरी 6 मार्च को। इसको लेकर गांव के दबंग लोगों ने एक दलित परिवार को फरमान जारी किया था कि गांव में दूल्हा घोड़ी पर सवार होकर नहीं गुजरेगा। 


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Content Writer

Ajay kumar

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