Bareilly Violence: मास्टरमाइंड नदीम खां समेत 28 आरोपी गिरफ्तार, व्हाट्सएप के जरिए भीड़ को उकसाने का आरोप... अब तक कुल 55 की गिरफ्तारी
punjabkesari.in Tuesday, Sep 30, 2025 - 05:17 AM (IST)

Bareilly News: शहर में हाल ही में भड़की सांप्रदायिक हिंसा के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए सोमवार को 28 और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इनमें इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के पूर्व जिला अध्यक्ष और मौलाना तौकीर रजा के करीबी नदीम खां का नाम भी शामिल है। इस प्रकार, हिंसा से जुड़े मामलों में अब तक कुल 55 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
नदीम खां की भीड़ को उकसाने में अहम भूमिका
पुलिस अधीक्षक नगर मानुष पारिख ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि नदीम खां ने नमाज के बाद भीड़ को इकट्ठा करने के लिए व्हाट्सएप के जरिए करीब 1600 लोगों को बुलाया था। पुलिस के अनुसार, यह हिंसा पूरी तरह से सुनियोजित थी और नदीम खां ने भीड़ को उकसाने में अहम भूमिका निभाई। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि अब तक जिन 55 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, उनमें आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खान का भी नाम शामिल है। शहर में हालात पूरी तरह नियंत्रण में हैं और संवेदनशील इलाकों में पुलिस बल की भारी तैनाती की गई है।
अवैध रुप से बनायी गयी 54 दुकानें सील
विभाग का कहना है कि अब भी कई संदिग्धों की सीसीटीवी फुटेज और सोशल मीडिया मॉनिटरिंग के आधार पर पहचान की जा रही है, और जल्द ही अन्य आरोपियों की भी गिरफ्तारी होगी। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि इस तरह की घटनाओं को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों को कानून के दायरे में लाया जाएगा। इस बीच प्रशासन ने कोतवाली से महज 100 कदम की दूरी पर नावेल्टी चौराहे पर पहलवान साहब की मजार के आसपास अवैध रुप से बनायी गयी 54 दुकानों को सील कर दिया है। सील करने से पहले दुकानदारों को सूचित कर दिया गया था। इन्ही दुकानों में आईएमसी ने भी अपना दफ्तर खोल रखा था जिस पर भी सील की कार्यवाही की गयी है।
गौरतलब है कि यह हिंसा शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद हुई थी। आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खान के नेतृत्व में भीड़ 'आई लव मोहम्मद' के नारे लगाते हुए इस्लामिया ग्राउंड पर प्रदर्शन कर रही थी। पुलिस का कहना है कि 90 से 95 प्रतिशत भीड़ पुलिस के निर्देश पर घर लौट चुकी थी, लेकिन बचे हुए शरारती तत्वों ने सुनियोजित साजिश के तहत नारेबाजी शुरू कर दी, जबकि प्रदर्शन की कोई अनुमति नहीं दी गई थी। भीड़ बेकाबू होने के बाद पुलिस को नियंत्रित करने के लिए लाठी चार्ज करना पड़ा। इस दौरान गोलीबारी में दस पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। शहर में एहतियात के तौर पर पुलिस बल की तैनाती की गई है और स्थिति पूरी तरह सामान्य है।