UP के मोहनपुर गांव में ग्रामीणों ने खून-पसीने से बनाए पक्के मकान खुद तोड़े, जानें क्यों खाली हो रहा गांव!
punjabkesari.in Tuesday, Nov 25, 2025 - 09:32 AM (IST)
Bijnor News: उत्तर प्रदेश में बिजनौर जिले के गंगा खादर क्षेत्र में स्थित मोहनपुर गांव इन दिनों बड़े बदलाव का सामना कर रहा है। लगभग 8-10 परिवारों वाला यह छोटा सा गांव अब धीरे-धीरे खाली होने की ओर बढ़ रहा है।
खाली होने की वजह
ग्रामीणों के पक्के मकान वन विभाग की आरक्षित वनभूमि पर बने थे। वन विभाग ने इन्हें अवैध निर्माण करार दिया। विभाग की समझाइश और कानूनी कार्रवाई के बाद ग्रामीणों ने स्वयं अपने मकान तोड़ने शुरू कर दिए।
ग्रामीणों के लिए दर्दनाक फैसला
कई ग्रामीणों ने खून-पसीने से बनाए मकानों पर खुद हथौड़ा चलाया, भावुक होकर अपनी आंखें पोंछीं। टीम की मौजूदगी में मकानों को तोड़ने और क्षेत्र खाली कराने की प्रक्रिया जारी है। वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, मोहनपुर में कुछ परिवार लगभग 40 वर्षों से रह रहे थे।
जमीन पर कब्जा और कानून
गंगा पार सेंचुरी क्षेत्र की वनभूमि पर केवल मकान ही नहीं, बल्कि खेती भी की जा रही थी। वन रेंजर के मुताबिक, लगभग 4,000 बीघा विभागीय भूमि को कब्जामुक्त कराया जाना है। मोहनपुर के परिवारों का कई सैकड़ों बीघा भूमि पर कब्जा पाया गया। ग्रामीणों ने इस मामले को हाईकोर्ट में अपील किया था, लेकिन केस हारने के बाद वन विभाग और ग्रामीणों के बीच समझौता हुआ।
समझौते के बाद प्रक्रिया
समझौते के अनुसार सभी परिवारों ने स्वयं अपने मकानों को खाली और तोड़ने की प्रक्रिया शुरू कर दी। वन विभाग का कहना है कि यह कब्जामुक्ति अभियान जारी रहेगा और जल्द ही पूरी भूमि विभागीय नियंत्रण में आ जाएगी। कभी दर्जनों परिवारों वाला मोहनपुर गांव अब धीरे-धीरे खाली बसावट में बदलता जा रहा है।

