छात्र को थाने में दिए बिजली के झटके, 1 लाख की रिश्वत ली, फिर मारी गोली... SHO समेत 12 पुलिसकर्मियों पर FIR
punjabkesari.in Thursday, Apr 10, 2025 - 09:50 AM (IST)

UP News: उत्तर प्रदेश में एक बार फिर पुलिस की शर्मनाक करतूत सामने आई है। दरअसल, गौतमबुद्ध नगर जिले के जेवर थाना की पुलिस पर आरोप लगा है कि उन्होंने एक B.Tech छात्र को फर्जी एनकाउंटर में गोली मारी और टॉर्चर किया है। आरोप ये भी लगा है कि पुलिस अधिकारियों ने छात्र को बिजली के झटके भी दिए और उससे एक लाख रुपये की रिश्वत भी मांगी। इस मामले में जेवर थाना के पूर्व SHO अंजनी कुमार समेत 12 पुलिसकर्मियों पर FIR दर्ज हुई है।
जानिए पूरा मामला
यह पूरा मामला गौतमबुद्ध नगर जिले के जेवर थाना का है। यहां की पुलिस पर आरोप लगा है कि 4 सितंबर 2022 को जेवर पुलिस के 10-12 जवान बिना नंबर प्लेट की गाड़ियों से मथुरा निवासी तरुण गौतम के घर पहुंचे। वहां से उसे और उसके बेटे सोमेश को पकड़कर दिल्ली से जेवर थाने ले आए। इस दौरान पुलिस ने सोमेश को हिरासत में बुरी तरह पीटा और बिजली के झटके दिए। पुलिस ने गौतम से एक लाख रुपये की रिश्वत भी मांगी, जो उन्होंने अपने भाई की मदद से दी। इतना ही नहीं 6 सितंबर 2022 को सोमेश को एक सुनसान जगह ले जाकर उसकी टांग में गोली मार दी।
पुलिस ने दर्ज किए झूठे केस
आरोप ये भी है कि पुलिस ने टॉर्चर किया और इसके बाद धमकी भी दी कि अगर उन दोनों ने मुंह खोला तो उन्हें जान से मार दिया जाएगा। इसके बाद पुलिस ने झूठे आरोप लगाकर केस दर्ज कर दिया। पुलिस ने सोमेश पर फरीदाबाद से चोरी की बाइक का झूठा केस, आर्म्स एक्ट और गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमे दर्ज किए गए। तरुण गौतम ने कहा कि जून 2024 में पुलिस और बड़े अधिकारियों से शिकायत की, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। फिर कोर्ट में याचिका दायर की। कोर्ट के आदेश पर अब जेवर थाना के पूर्व SHO अंजनी कुमार समेत 12 पुलिसकर्मियों पर FIR दर्ज हुई है।
अखिलेश यादव ने किया पोस्ट
इस मामले को लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा, ''नोएडा में फ़र्ज़ी एनकाउंटर में उप्र पुलिस के जिन 12 पुलिसकर्मियों पर एफ़आइआर हुई है अब उन्हें बचाने के लिए न तो ‘एनकाउंटर का गलत काम करवानेवाली’ भाजपा सरकार आगे आयेगी, न ही कोई भाजपाई। इसीलिए हमने हमेशा पुलिस को आगाह किया है कि जब पुलिसवाले हत्या के आरोपी बनेंगे तो अपने परिवार, समाज और समुदाय को मुँह दिखाने लायक नहीं रहेंगे, वो तो अकेले में जेल चले जाएँगे लेकिन उनके परिवार को हर जगह एक हत्यारे के परिजन होने का अपमान झेलना पड़ेगा। आशा है पुलिसवाले अब ऐसे ग़ैरक़ानूनी कुकृत्यों में भाजपा का साथ नहीं देंगे। याद रखें भाजपा किसी की सगी नहीं है।