मेहंदी रचाये दुल्हे के इंतजार में बैठी रह गई दुल्हन, दहेज की मांग पूरी न होने पर बारात लाने से किया

punjabkesari.in Saturday, Dec 12, 2020 - 05:49 PM (IST)

मैनपुरी: दहेज लेना और दहेज देना दोनों ही अपराध माना जाता है तो वहीं गरीब परिवार की किशोरियों के लिए यह दहेज प्रथा अभिशाप बन कर रह गया है। ऐसा ही ताजा मामला मैनपुरी जनपद से सामने आया है। जहां देहेज के लोभी शादी के दिन ही 6 लाख की डिमांड कर दी। बेबस दुल्हन के पिता ने मांग पूरी करने में असमर्थता जताई तो दूल्हा पक्ष के लोगों ने बरात लाने से साफ मना कर दिया। दुल्हन हाथों में मेहंदी लगाई बैठी राह देखती रही लेकिन दूल्हे के परिजनों का दिल नहीं पसीजा। बरात न आने से शादी का महौल गम में बदल गया।
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बता दें कि मामला मैनपुरी के कस्बा कुरावली के ग्राम सिरसा से जुड़ा हुआ है। जहां पर अमर सिंह ने अपनी पुत्री वीनू का विवाह जनपद एटा के थाना मलावन के अंतर्गत ग्राम पूरा निवासी विमल पुत्र रामसेवक के साथ तय किया था। 16 अक्टूबर को गोद भराई के दौरान दुल्हन पक्ष द्वारा लड़के को एक सोने की चैन, एक अंगूठी, एक प्लेंडर प्लस व एक लाख रुपये नगद दिया था। जिसके बाद 10 दिसंबर को बारात आना तय हुआ। बारात के स्वागत सत्कार के लिए गुरुवार को कन्या पक्ष के यहां तैयारियां चल रही थीं। शाम को बारात आने का इंतजार होने लगा, लेकिन देर शाम तक बारात नहीं पहुंची। इस पर दुल्हन के पिता ने दूल्हे के पिता से फोन करके बारात आने में हो रही देरी की जानकारी ली तो दूल्हा पक्ष ने बारात निकलने से पहले छ: लाख रुपये अतिरिक्त दहेज की मांग कर दी। यह सुनकर दुल्हन के पिता के होश उड़ गये। वहीं खुशी को महौल गम में बदल गया।

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पीड़िता के पिता ने बताया कि देररात तक बारात लाने का प्रयास किया गाया लेकिन दहेज लोभी ने बारात लाने से साफ मना कर दिया। उन्होंने मामले की शिकायत पुलिस से की है। फिलहाल पुलिस केस दर्ज कर मामले की जांच में जुट गई है।


 


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Ramkesh

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