‘हम सुरक्षित हैं’, ‘हमें भड़काया जा रहा है’... बरेली हिंसा को लेकर तौकीर रजा से खफा मुस्लिम समाज, कहा- मौलाना के घऱ चले बुलडोजर
punjabkesari.in Thursday, Oct 02, 2025 - 11:54 PM (IST)

Bareilly Violence: उत्तर प्रदेश के बरेली में 'I Love Muhammad' पोस्टर विवाद के बाद भड़की हिंसा पर अब मुस्लिम समाज के भीतर ही तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। समुदाय के कई लोगों ने सार्वजनिक तौर पर मौलाना तौकीर रज़ा को इस तनावपूर्ण हालात के लिए ज़िम्मेदार ठहराया है।
'शहर का माहौल बिगाड़ा, सरकार बुलडोजर चलाए'… शारिक अब्बासी
शहर के समाजसेवी शारिक अब्बासी ने स्पष्ट तौर पर कहा कि इस पूरी घटना की जड़ में तौकीर रज़ा ही हैं। उन्होंने कहा, "तौकीर रज़ा ने बरेली की फिजा को खराब किया है। मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील करता हूं कि ऐसे लोगों पर बुलडोजर चलाया जाए।" इसके साथ ही शारिक ने आरोप लगाया कि तौकीर के करीबी साजिद सकलैनी ने नगर निगम की करोड़ों की जमीन पर अवैध कब्जा कर रखा है और उसके खिलाफ कई मुकदमे दर्ज हैं।
'I Love Muhammad' हमारे दिलों में है, सड़कों पर नहीं- मोहम्मद तारिक
स्थानीय नागरिक मोहम्मद तारिक ने कहा कि धार्मिक भावनाएं दिल में होनी चाहिए, न कि पोस्टरों के ज़रिए सड़कों पर लाने की ज़रूरत है। उन्होंने कहा, "देश संविधान से चलता है। बिना अनुमति भीड़ इकट्ठा करना ग़लत है। तौकीर रज़ा की इस हरकत ने कई निर्दोष लोगों को जेल भिजवा दिया और उनके कारोबार तबाह हो गए।"
‘भीड़ में बच्चों को आगे करना शर्मनाक’- मोहम्मद आलम
मोहम्मद आलम ने नाराज़गी जताई कि आयोजकों ने छोटे बच्चों को पोस्टर पकड़ा कर सामने किया। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने अनुमति नहीं दी थी फिर भी भीड़ जमा की गई। उन्होंने पुलिस की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि पुलिस ने शहर को जलने से बचा लिया।
'मुसलमान इस देश में सुरक्षित हैं' - समुदाय की राय
एक अन्य मुस्लिम नागरिक ने कहा कि "मौलाना तौकीर रज़ा जैसे लोग केवल मुसलमानों को भड़काने का काम करते हैं। हकीकत ये है कि इस देश में मुसलमान पूरी तरह सुरक्षित हैं। हमें अपने बच्चों को शिक्षा और रोजगार की ओर ले जाना चाहिए, न कि सड़कों पर नारों में उलझाना।"
प्रशासन की सख्ती, कार्रवाई जारी
बरेली पुलिस द्वारा शहर में भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है और हिंसा में शामिल उपद्रवियों की गिरफ्तारी का सिलसिला जारी है। एसएसपी अनुराग आर्य ने कहा कि "शहर में अमन-चैन कायम करना हमारी प्राथमिकता है, और हिंसा में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।"
नजरें अब प्रशासन पर
इस घटना ने जहां शहर की शांति को प्रभावित किया, वहीं व्यापारियों को भारी नुकसान झेलना पड़ा है। इस बार विशेष बात यह है कि मुस्लिम समाज के ही कई लोगों ने तौकीर रज़ा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। अब सबकी निगाहें इस पर हैं कि प्रशासन उनके खिलाफ क्या सख्त कदम उठाता है।