नाग-नागिन का खौफनाक बदला: कैंटर ड्राइवर ने कुचला सांप, दो दिन बाद चलती गाड़ी में नागिन ने किया जानलेवा हमला
punjabkesari.in Tuesday, Sep 23, 2025 - 09:43 AM (IST)

Hathras News: उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में एक अजीबोगरीब घटना सामने आई है, जो फिल्मी कहानी जैसा लगती है। जहां एक ट्रक ड्राइवर का कहना है कि दो दिन पहले उसने अपनी गाड़ी के नीचे एक सांप को कुचल दिया था। उसके बाद से ही एक रहस्यमयी सांप उसके पीछे पड़ा हुआ है। शनिवार को सांप कुचलने के बाद से ही वह काला सांप उसे बार-बार दिखने लगा, जो उसके घर तक पहुंच गया। सोमवार को वह सांप चलती कैंटर में अचानक उसके हाथ पर हमला कर गया। जिससे ड्राइवर बेहोश हो गया। अब वह जिला अस्पताल में भर्ती है और उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
ड्राइवर की कहानी
मथुरा रोड के कोतवाली सदर इलाके में रहने वाले आरिफ उर्फ शरीफ, जो कैंटर ड्राइवर हैं, अक्सर हाथरस-मथुरा के रास्ते माल ढुलाई का काम करते हैं। शरीफ ने बताया कि शनिवार को वह हाथरस जंक्शन के पास दरियापुर इलाके में अपने कैंटर से गुजर रहे थे। तभी अचानक सड़क पर एक सांप आ गया, जो उनके कैंटर के पिछले पहिये के नीचे कुचल गया और मर गया। उन्होंने बताया कि मैंने आईने में देखा तो सांप का आधा शरीर कुचला हुआ था। मैंने सोचा कि यह एक दुर्घटना है, लेकिन उसके बाद मेरी तबीयत और मन बेचैन रहने लगा।
बार-बार दिखने लगा काला सांप
सांप कुचलने के बाद शरीफ को एक काला सांप बार-बार नजर आने लगा। रविवार को घर लौटने पर भी वह सांप उनके घर के आस-पास घूमता दिखा। उन्होंने बताया कि यह देखकर उन्हें लगा कि शायद वे भ्रमित हो रहे हैं। लेकिन सोमवार को जब वह हाथरस से सासनी जा रहे थे, तो सासनी कोतवाली के पास गाड़ी में ही वह सांप अचानक उनके सामने प्रकट हो गया। उन्होंने ब्रेक लगाया, लेकिन सांप ने उनके दाहिने हाथ पर काट लिया। दर्द इतना तेज था कि गाड़ी साइड में जाकर रुकी और वह नीचे गिर पड़े।
डॉक्टरों की रिपोर्ट और इलाज
घटना की सूचना मिलने पर शरीफ के साथी महेश और राजू उन्हें तुरंत जिला अस्पताल लेकर आए। डॉक्टरों ने एंटी-वेनम का इंजेक्शन देकर प्राथमिक इलाज किया और उन्हें ऑब्जर्वेशन वार्ड में भर्ती कर लिया। अस्पताल के चिकित्सक डॉ. अनिल कुमार ने बताया कि सांप का काटना जहरीला लग रहा है। मरीज को समय पर इलाज मिला, इसलिए जान को खतरा नहीं है। लेकिन 24 घंटे निगरानी जरूरी है। शरीफ मानसिक रूप से परेशान हैं और बार-बार सांप के पीछा करने की बात दोहरा रहे हैं।
ग्रामीणों की राय और वन विभाग की चेतावनी
स्थानीय लोग इस घटना को नाग-नागिन की जोड़ी का बदला मान रहे हैं। वहीं कुछ लोग इसे सांपों की मौसमी सक्रियता से जोड़ रहे हैं। वन विभाग के अधिकारी ने बताया कि सितंबर से नवंबर तक सांप ज्यादा सक्रिय हो जाते हैं, खासकर नरम मिट्टी वाले इलाकों में।उन्होंने सलाह दी है कि ड्राइवरों को अपनी गाड़ियों की नियमित जांच करनी चाहिए और अगर किसी को सांप दिखे तो तुरंत वन विभाग को सूचित करें।