कप्तान साहब की मां की बिगड़ी तबीयत... आधी रात इमरजेंसी से डॉक्टर को उठा ले गए पुलिसकर्मी, सुबह अस्पताल में हंगामा; SSP बोले- हुआ मिसकम्युनिकेशन
punjabkesari.in Friday, Sep 19, 2025 - 03:53 PM (IST)

Etawah News: उत्तर प्रदेश के इटावा में बुधवार रात डॉ. भीमराव अंबेडकर राजकीय संयुक्त चिकित्सालय में उस समय हड़कंप मच गया जब SSP बृजेश कुमार श्रीवास्तव की 88 वर्षीय मां की तबीयत बिगड़ने पर पुलिसकर्मी इमरजेंसी पहुंचे और ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर व फार्मासिस्ट को जबरन अपने साथ अस्पताल से ले गए। इस घटना के बाद गुरुवार सुबह चिकित्सकों और अस्पताल कर्मचारियों ने हड़ताल कर विरोध दर्ज कराया।
विरोध करने पर अभद्रता और मोबाइल फोन भी छीन लिया
डॉक्टर राहुल बाबू ने आरोप लगाया कि रात करीब 12 बजे सिविल लाइन थाने के दरोगा और अन्य पुलिसकर्मी अस्पताल आए और उन्हें SSP की मां की तबीयत खराब होने की जानकारी देते हुए जबरन साथ चलने को कहा। विरोध करने पर उनके साथ अभद्रता की गई और मोबाइल फोन भी छीन लिया गया। वहीं फार्मासिस्ट शरद यादव के साथ भी बदसलूकी का आरोप है।
क्या हुआ था?
बताया जा रहा है कि SSP बृजेश कुमार श्रीवास्तव की मां का ब्लड प्रेशर अचानक बढ़ गया था। उन्होंने पहले CMS से डॉक्टर का नंबर मांगा, लेकिन देर रात सहायता न मिलने पर पुलिस को डॉक्टर लाने के लिए भेजा गया। डॉक्टर का आरोप है कि उन्हें जबरन ले जाया गया, जबकि CCTV फुटेज में ऐसा नहीं दिखा। फुटेज के अनुसार डॉक्टर अपनी मर्जी से गए थे। बाद में SSP ने मौके पर पहुंचकर डॉक्टर से खेद जताया और संबंधित पुलिसकर्मियों ने भी माफी मांगी। घटना की जानकारी मिलते ही गुरुवार सुबह अस्पताल में राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद, पीएमएस एसोसिएशन और फार्मासिस्ट एसोसिएशन के पदाधिकारी पहुंच गए। आक्रोशित कर्मचारियों ने OPD और दवा वितरण काउंटर करीब दो घंटे तक बंद रखे, जिससे मरीजों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा।
सीएमओ और SSP का बयान
CMO डॉ. वीके सिंह ने कहा कि ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर को जबरन उठाना गंभीर मामला है और यह अपहरण की श्रेणी में आता है। आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ तहरीर दी जाएगी और जरूरत पड़ी तो कोर्ट का रुख भी किया जाएगा। वहीं SSP बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने पूरे मामले को "मिसकम्युनिकेशन" बताया और कहा कि यदि कोई लिखित शिकायत मिलती है तो जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।