मौलाना तौकीर रजा के पांच सहयोगियों को 1.25 करोड़ की वसूली का नोटिस जारी, जानिए क्या है आरोप
punjabkesari.in Monday, Oct 06, 2025 - 10:48 AM (IST)

बरेली: यूपी के बरेली में पिछले महीने हुए बवाल के मामले में गिरफ्तार किये गये इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खां के पांच सहयोगियों को ई-चार्जिंग स्टेशन पर बिजली चोरी के आरोप में 1.25 करोड़ रुपये से अधिक की वसूली का नोटिस दिया गया है। एक संयुक्त टीम ने पिछले सप्ताह बान खाना इलाके में छापेमारी की और पांच ई-चार्जिंग केंद्रों पर बिजली चोरी पकड़ी। पांचों चार्जिंग केंद्रों के मालिकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया और 1.25 करोड़ रुपये से अधिक की वसूली का नोटिस जारी किया गया।
इन आरोपियों को लगा जुर्माना
अधिकारियों ने कहा कि यह इलाके में इस तरह की पहली घटना नहीं है। लगभग एक साल पहले भी इसी तरह की छापेमारी में इन्हीं आरोपियों की चार चार्जिंग इकाइयों में बिजली चोरी पकड़ी गई थी। मुख्य अभियंता (प्रथम जोन) ज्ञान प्रकाश ने बताया कि बिजली चोरी का जुर्माना न अदा वाले बकायेदारों के खिलाफ वसूली प्रमाणपत्र (आरसी) जारी किये जा रहे हैं। उन्होंने बताया, ‘‘पहले चरण में 10 लाख रुपये से अधिक का जुर्माना बकाया रखने वालों के खिलाफ आरसी जारी की गई है। इस सूची में बान खाना इलाके के पांच लोग शामिल हैं। वसीम खान पर 15.39 लाख रुपये, मोनिश खान पर 22.29 लाख रुपये, बरकान रजा खान पर 37.32 लाख रुपये, अमन रजा खान पर 26.92 लाख रुपये और गुलाम नबी पर 26.57 लाख रुपये बकाया है।
मामला दर्ज होने के बाद भी कर रहे थे बिजली चोरी
ये सभी तौकीर रजा खां के करीबी बताए जाते हैं। पिछले महीने 26 सितंबर को बरेली में ‘आई लव मुहम्मद' पोस्टरों को लेकर हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़क उठी थी। इस मामले में आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खान मुख्य अभियुक्त हैं। अधिकारियों ने बताया कि जनवरी 2024 में बान खाना में रजा चौक नाले के पास छापेमारी में अवैध ई-चार्जिंग केंद्रों पर बिजली चोरी पकड़ी गई थी। उस समय भी इन पांच लोगों पर मामला दर्ज किया गया था और उन पर जुर्माना लगाया गया था। मुख्य अभियंता ज्ञान प्रकाश ने उसके बाद भी यह चार्जिंग स्टेशन चोरी की बिजली से चलाये जाने को गंभीर मामला बताते हुए कहा कि बिजली विभाग के कर्मचारियों की संभावित संलिप्तता की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘किसी भी अधिकारी की संलिप्तता पाए जाने पर उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।'' बरेली के अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) संतोष कुमार सिंह ने कहा, ‘‘आरसी की प्रतियां प्राप्त होते ही वसूली सुनिश्चित की जाएगी।''